हजारीबाग में दिखा दो चोंच वाला पंछी, डायपर फार्मूला पर चलता है पूरा जीवन

साफ सफाई पसंद करने वाला पंछी धनेश

हजारीबाग में दिखा दो चोंच वाला पंछी, डायपर फार्मूला पर चलता है पूरा जीवन
धनेश पक्षी

धनेश एक ऐसा पंछी है जिसके दो चोंच होते है और यही इसकी खूबसूरती का राज भी है. आमतौर पर यह हजारीबाग के जंगली क्षेत्र में अधिक दिखता है जबकि कभी कभार शहर में भी यह पंछी जंगल से आ जाता है

हजारीबाग: हजारीबाग अपने प्राकृतिक सुंदरता के लिए पूरे राज्य भर में जाना जाता है तथा यहां कई ऐसी पक्षी पाए जाते हैं जो दुर्लभ है. उसी में एक है हॉर्नबिल जिसे हिंदी में धनेश कहते हैं. इस पंछी की खासियत यही है कि इसके दो चोंच होते है जबकि इस पंछी की सबसे अच्छी बात है की यह स्वच्छता प्रेमी होता है. हमारे आसपास कई पंछी दिखते हैं और हजारीबाग पंछियों के लिए पूरे देश भर में जाना जाता है तथा यहां एक से एक खूबसूरत पंछी दिखते हैं उन्हीं में एक है धनेश. 

जानें हॉर्नबिल के बारे में 

धनेश एक ऐसा पंछी है जिसके दो चोंच होते है और यही इसकी खूबसूरती का राज भी है. आमतौर पर यह हजारीबाग के जंगली क्षेत्र में अधिक दिखता है जबकि कभी कभार शहर में भी यह पंछी जंगल से आ जाता है. इस पंछी के दो चोंच होते हैं जिसमे एक चोंच काम का होता है और एक दिखावे का होता है क्योंकि नीचे वाले चोंच से वह खाना खाता है और ऊपर का चोंच उसकी सुंदरता को निखारता है. आमतौर पर पंछी जहां रहते हैं वहां काफी गंदगी फैलाते है क्योंकि वह अपना बीट पेड़ के नीचे या घोसला में ही छोड़ देते हैं पर धनेश अपना घोंसला गंदा नहीं करता है. महिला धनेश घोंसला बनाती है और अंडा देती है जबकि पुरुष धनेश उस घोसले में सूखा हुआ पेड़ का छाल जमा करता है और जब महिला धनेश अंडा देती है और बच्चा बड़ा होता है तथा वह गंदा करता है तो पुरुष धनेश गंदगी को घोंसला से सूखा हुआ पेड़ का छाल हटा देता है. 

कहा जाए तो एक तरह से पुरुष धनेश डायपर का काम करता है और यही कारण है कि इसे साफ सफाई पसंद करने वाला पंछी कहा जाता है. हजारीबाग के पर्यावरण विद् और पंछियों पर काम करने वाले मुरारी सिंह बताते हैं कि इस पंछी की खासियत है की डायपर फार्मूला पर इसका जीवन चलता है और यह साफ सफाई पसंद करने वाला पंछी है. यही कारण है कि दूर दराज इलाके जहां साफ सफाई रहता है वहां यह अपना घोंसला बनाता है. यह पंछी हजारीबाग के कई इलाकों में पाया जाता है जबकि हजारीबाग में जो पंछी धनेश दिखा है वह भूरा रंग का है जबकि एक और प्रजाति है जिसकी चर्चा पुस्तकों में मिलती है वह रंगीन होता है.

Edited By: Sujit Sinha

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