मुंगेर के बरियारपुर में बहुजन संसद का आयोजन, 2024 में भाजपा को शिकस्त देने का संकल्प
बरियारपुर (मुंगेर) : सामाजिक न्याय आंदोलन, बिहार के बैनर तले मुंगेर जिले के बरियारपुर के सीबीएलके इंटर कॉलेज परिसर में रविवार को बहुजन संसद का आयोजन किया गया। इस आयोजन में मुख्य वक्ता चर्चित बहुजन बुद्धिजीवी डॉ विलक्षण रविदास ने कहा कि मनुवादी शक्तियां अल्पसंख्या में हैं। उनके विचार बहुसंख्यक बहुजन समाज विरोधी हैं, लेकिन वे अपने संविधान व लोकतंत्र विरोधी विचारों को स्थापित कर बहुसंख्या पर राज कर रहे हैं। बहुजनों को साहस के साथ मनुवादी विचारों का पर्दाफाश करना होगा। महात्मा फुले, अंबेडकर सहित अन्य बहुजन नायकों के सच्चे व ताकतवर विचारों को समाज में फैलाना होगा। देश को प्रगति व विकास के रास्ते पर ले जाने की ताकत बहुजन नायकों के विचारों में ही है। बहुजन नायकों की विरासत को बुलंद करते हुए आज संविधान व लोकतंत्र बचाने के लिए व्यापक एकजुटता व अधिकतम ताकत से खड़ा होना होगा।
पूर्व विधायक केडी यादव और सामाजिक न्याय आंदोलन, बिहार के रिंकु यादव ने कहा कि बहुजन समाज की पहलकदमी, मुद्दों पर एकजुटता व लोकतांत्रिक दावेदारी को आगे बढ़ाकर ही भाजपा को निर्णायक चोट दी जा सकती है। विपक्ष के पीछे खड़ा होकर तालियां पीटने से भाजपा नहीं हारेगी। बहुजन समाज को जगाने व जोड़ने की मुहिम को आगे बढ़ाते हुए 2024 में भाजपा को हराने के लिए अधिकतम ताकत लगाना होगा।
अध्यक्षीय संबोधन में कमलेश्वरी प्रसाद यादव ने कहा कि अबाध निजीकरण के जरिए पूंजीपतियों के हाथों संपत्ति का केन्द्रीकरण और बढ़ती आर्थिक असमानता व गरीबी के बीच बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी, सब्सिडी में कटौती, श्रम कानूनों में बदलाव अंततः बहुजनों की बेदखली-बदहाली को बढ़ा रहा है।
प्रारंभिक वक्तव्य में गौतम कुमार प्रीतम ने कहा कि मनुवादी,पूंजीवादी शक्तियों को संविधान व लोकतंत्र की जरूरत नहीं है। संविधान व लोकतंत्र की जरूरत बहुजन समाज को है। आज लड़ाई भाजपा-आरएसएस और बहुजन समाज के बीच है।
असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ अभय कुमार और ड चंदन कुमार ने कहा कि नई शिक्षा नीति – 2020 के जरिए सरकारी शिक्षा को बर्बाद करने और स्कूल-कॉलेजों को बंद करने की साजिश आगे बढ़ रही है। यह एससी-एसटी व ओबीसी के लिए फिर से शिक्षा का दरवाजा बंद करने की साजिश है।
पटना विश्वविद्यालय के छात्र नेता गौतम आनंद और राजा अभीर ने कहा कि आजादी के बाद संविधान को जमीन पर उतारते हुए सामाजिक, आर्थिक गैरबराबरी को मिटाने की दिशा में ईमानदारी से काम नहीं हुआ। लोकतंत्र की बुनियाद को मजबूत करने का काम नहीं हुआ। इसलिए फिर से मनुवादी शक्तियां पुराने दौर को वापस लाने के लिए आगे बढ़ रही हैं। बहुजन समाज को भूमिका लेनी होगी। आगे आना होगा।
बहुजन संसद को प्रमुख तौर पर सहायक प्रोफेसर डॉ जैनूल शम्सी, डा यादवेंदु रणधीर, बरियारपुर मुखिया संघ के अध्यक्ष अशोक कुमार मंडल, अंशू कुमारी, बिहार फुले.अंबेडकर युवा मंच के मणि कुमार अकेला ,राजकमल, शशिकांत कुमार, शशिशेखर कुमार, त्रिलोकी नारायण शर्मा, संजय कुमार, प्रेम कुमार, अमन रंजन यादव आदि ने संबोधित किया। स्वागत भाषण सुमन कुमार सिंह ने दिया।