योगी आदित्यनाथ : कोरोना के खिलाफ लड़ाई की वजह से पिता के अंतिम संस्कार में भी नहीं होंगे शामिल

लखनऊ : उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद भी मोर्चे पर कोरोना वारियर की तरह लड़ाई लड़ रहे हैं. आज सुबह उनके पिता का निधन हो गया है, लेकिन मुख्यमंत्री ने एक बयान जारी कर कहा है कि वे कल होने वाले उनके अंतिम संस्कार में शामिल नहीं होंगे. मुख्यमंत्री ने अपने बयान में कहा कि अंतिम क्षणों में पिता जी के दर्शन की हार्दिक इच्छा थी, पर देशहित के कारण मैं नहीं कर सकता. लाॅकडाउन की सफलता के लिए और महामारी को परास्त करने के लिए मैं कल होने वाले अपने पूज्य पिताजी के अंतिम संस्कार में भाग नहीं लूंगा.

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ-अंतिम क्षणों में पिता जी के दर्शन की हार्दिक इच्छा थी पर देशहित के कारण मैं नहीं कर सकता। लॉकडाउन की सफलता के लिए और महामारी को परास्त करने के लिए मैं कल होने वाले अपने पूज्य पिताजी के अंतिम संस्कार में भाग नहीं लूंगा। pic.twitter.com/2Mq9OtQxE2
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 20, 2020
ध्यान रहे कि योगी आदित्यनाथ ऐसे पहले मुख्यमंत्री हैं जिन्होंने कोरोना वारियर्स व मेडिकल टीम पर हमला करने वालों के खिलाफ रासुका लगाने का एलान किया. उनके एलान के बाद कुछ दूसरी राज्य सरकारों ने भी इस संबंध में फैसला किया.
लाॅकडाउन के दौरान यूपी के आनंद विहार व गाजियाबाद में हजारों श्रमिक जुटे थे, जिनके लिए यूपी सरकार ने बस भी उपलब्ध करवाया और बहुत बड़ी संख्या में वे अपने गांव भी पहुंचे जहां उन्हें नियमतः क्वरंटाइन किया गया. हालांकि आलोचनाओं के बाद यह बस सेवा बंद कर दी गयी.
योगी आदित्यनाथ ने कोटा में फंसे उत्तरप्रदेश के छात्रों को सूबे में वापस लाने की भी व्यवस्था करायी. उनके इस कार्य की तारीफ व आलोचना दोनों हो रही है. इतना तो साफ है कि योगी आदित्यनाथ लीक से हटकर काम करने वाले शख्स हैं.