प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लद्दाख दौरे पर क्या कहा?

लेह : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15 जून को लद्दाख में चीन के साथ हुई झड़प के बाद शुक्रवार को पहली बार इस इलाके में पहुंचे हैं. प्रधानमंत्री मोदी ने चीन को संदेश देते हुए कहा कि विस्तारवार का युग समाप्त हो चुका है और अब विकासवाद का समय है. तेजी से बदलती समय में विकासवाद ही प्रासंगिक है. विकासवाद के लिए अवसर हैं, यह ही विकास का आधार है. उन्होंने कहा कि पिछली शताब्दी में विस्तारवाद ने ही मानव जाति का विनाश किया. किसी पर विस्तारवाद की जिद सवार हो तो हमेशा वह विश्व शांति के सामने खतरा है. मोदी ने कहा कि इतिहास गवाह है कि ऐसी ताकतें मिट जाती हैं. मालूम हो कि चीन भारत के भूभाग लद्दाख व अरुणाचल प्रदेश पर दावा करता है और हाल में उसने रूस के एक शहर पर भी अपना दावा कर दिया है. उसने पहले भूटान की जमीन पर भी अपना दावा किया था.
#WATCH Prime Minister Narendra Modi addresses soldiers in Nimoo, Ladakh https://t.co/LCa8oWxL39— ANI (@ANI) July 3, 2020
प्रधानमंत्री ने इस दौरान भारतीय सैनिकों से मुलाकात कर उनका उत्सावर्द्धन किया और फिर एक संबोधन दिया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सीमा पर खर्च किए जाने वाला बजट तीन गुणा कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि चीफ आफ डिफेंस स्टाफ के पद का सृजन किया गया और वन रैंक, वन पेंशन लागू किया गया.
पीएम मोदी ने कहा कि भगवान गौतम बुद्ध ने कहा है कि साहस का संबंध प्रतिबद्धता से है, साहस करुणा है, साहस वह है जो हमें निर्भीक व अडिग होकर सत्य के पक्ष में खड़े होना सीखाये. साहस वह है जो सही को सही कहने की उर्जा देता है. उन्होंने कहा कि देश के वीर सपूतों ने गलवान घाटी में जो अदम्य साहस दिखाया वह साहस की पराकाष्ठा है. देश को आप पर गर्व है, नाज है. आइटीबीपी, बीएसएफ, बीआरओ के जवान हों, मुश्किल हालात में काम कर रहे इंजीनियर हो, आप अदभुत काम कर रहे हैं. हर कोई कंधे से कंधा मिलाकर मां भारती की रक्षा के लिए उनकी सेवा में समर्पित है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि हम हर मुश्किल पर विजय प्राप्त करते रहे हैं और करते रहेंगे. आज सब जिस तरह देश की रक्षा कर रहे हैं, हम आपके सपनों का भारत बनाएंगे. 130 करोड़ देशवासी पीछे नहीं रहेंगे, यह विश्वास मैं आपको दिलाता हूं. हम एक सशक्त, आत्मनिर्भर भारत बनाएंगे.
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे यहां कहा जाता है कि वीर भोग्य वसुंधरा. यानी अपने शस्त्र की ताकत से ही अपनी मातृभूमि की रक्षा करते हैं. ये धरती वीर भोग्या है. इसकी रक्षा सुरक्षा को हमारा सामाथ्र्य और संकल्प हिमालय जैसा ऊंचा है। ये सामर्थ्य और संकल्प में आज आपकी आंखों में, चेहरे पर देख सकता हूं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सैनिकों से कहा कि आप जो सेवा करते हैं, उसका मुकाबला पूरे विश्व में कोई नहीं कर सकता है. आपका साहस उस ऊंचाई से भी ऊंचा है, जहां आप तैनात हैं. आपकी भुजाएं उन चट्टानों से भी मजबूत हैं, आज आपके बीच आकर मैं इसे महसूस कर रहा हूं.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हम वही लोग हैं जो बांसुरी धारी कृष्ण की पूजा करते हैं और सुदर्शनचक्र धारी कृष्ण को आदर्श मान कर चलते हैं. उन्होंने कहा कि इसी प्रेरणा से भारत हर आक्रमण के बाद सशक्त बन कर उभरा है.