पाकिस्तानी अखबारों सेः अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी के निधन को बनाया लीड समाचार

नई दिल्ली: पाकिस्तान से गुरुवार को प्रकाशित अधिकांश अखबारों ने हुर्रियत नेता सैयद अली शाह गिलानी के निधन की खबरें प्रमुखता के साथ प्रकाशित की हैं। अखबारों ने इस खबर को लीड स्टोरी बनाया है। अखबारों ने लिखा है कि 92 साल की उम्र में गिलानी का 12 साल नजरबंद रहते हुए इंतेकाल हो गया है। पाकिस्तान में उनके निधन पर एक दिन का राष्ट्रीय शोक और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में तीन दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की गई है।

अखबारों ने मुल्ला हिबैतुल्लाह को तालिबान की सुप्रीम काउंसिल का सुप्रीम लीडर बनाए जाने की खबरें भी दी हैं। अखबारों ने लिखा है कि तालिबान अफगानिस्तान में ईरान की तर्ज पर हुकूमत बनाने की तैयारी कर रहा है। अखबारों का कहना है कि दो दिनों में नई सरकार के ऐलान का गठन कर दिया जाएगा। अखबारों ने यह भी लिखा है कि शूरा के सुप्रीम लीडर को प्रधानमंत्री और मंत्रियों के फैसले को रद्द करने का अधिकार भी दिया जाएगा। तालिबान के जरिए अफगानिस्तान में आर्थिक हालात को बेहतर बनाने के लिए जोर- शोर से काम शुरू कर दिया गया है। इस बीच बैंकों के बंद होने और वहां पर महंगाई में बेतहाशा वृद्धि होने की भी खबरें आ रही हैं। सरकारी कर्मचारियों की तनख्वाह देने के लिए भी तालिबान के जरिए प्रयास शुरू कर दिए गए हैं।
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अखबारों ने कराची के 80 प्रतिशत क्षेत्र में बिजली नहीं होने की वजह से अंधकार में डूबने की खबरें भी दी हैं। अखबारों ने लिखा है कि पाकिस्तान के दूसरे शहरों का भी यही हाल है। अखबारों ने 15 सितंबर के बाद बगैर वैक्सीनेशन के ट्रेनों में सफर के लिए टिकट नहीं दिए जाने की खबरें भी दी हैं। अखबारों ने लिखा है कि 15 सितंबर के बाद बिना वैक्सीन लगाए हुए व्यक्तियों को ट्रेन पर सफर पर पाबंदी लगा दी गई है।
अखबारों ने लिखा है कि पाकिस्तान में मीडिया को कंट्रोल करने के लिए मीडिया डेवलपमेंट अथॉरिटी बनाए जाने के सरकार के फैसले के खिलाफ पत्रकार संगठनों की तरफ से जगह- जगह धरना प्रदर्शन किया जा रहा है। इस बीच पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज़ के लीडर शहबाज शरीफ ने कहा है कि यह कानून काला कानून है और इसे फौरन रोका जाना चाहिए। यह सभी खबरें रोजनामा दुनिया, रोजनामा खबरें, रोजनामा औसाफ, रोजनामा पाकिस्तान, रोजनामा एक्सप्रेस, रोजनामा नवाएवक्त और रोजनामा जंग ने अपने पहले पन्ने पर छापी हैं।
रोजनामा जंग ने एक खास खबर दी है जिसमें बताया गया है कि चीन और श्रीलंका के एक दूसरे के करीब आने से मोदी सरकार परेशान है। अखबार का कहना है कि चीन ने श्रीलंका में इंफ्रास्ट्रक्चर का जाल बिछाकर तमिल लोगों का दिल जीत लिया है जिसकी वजह से तमिलनाडु में बीते दिनों चीन का झंडा लहराए जाने की खबरें भी आई हैं। अंतरराष्ट्रीय मीडिया के मुताबिक तमिलनाडु के कुछ क्षेत्रों में चीन के लाल झंडे लहराए गए हैं। यह झंडे उनकी तरफ से श्रीलंका में तमिल क्षेत्रों में कराएं गए विकास कार्यों की खुशी में लहराए गए हैं। भारत में रह रहे तमिल मूल के लोग इसकी वजह से चीन से काफी खुश नजर आ रहे हैं। भारत ने चीन की तमिल क्षेत्रों में किए जा रहे विकास कार्यों की आलोचना की है और कहा है कि चीन इस तरह की हरकत करके तमिल क्षेत्रों में अपने पैर जमाने की कोशिश कर रहा है।
रोजनामा एक्सप्रेस ने एक खबर दी है जिसमें बताया गया है कि जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में जिहादी आतंकवाद के नाम से एक नया कोर्स शुरू किया गया है। अखबार का कहना है कि इस कोर्स में जिहादी दहशतगर्दी को धार्मिक दहशतगर्दी करार दिया गया है। अखबार का कहना है कि इस नए कोर्स की भारत में कई संगठनों की तरफ से आलोचना की जा रही है और इस कोर्स को बंद किए जाने की मांग भी की जा रही है।