निजी विद्यालयों के समक्ष शिक्षा मंत्री की बेबसता दुर्भाग्यपूर्ण: गौतम सिंह

राँची: आजसू के प्रदेश अध्यक्ष गौतम सिंह ने निजी विद्यालयों के समक्ष राज्य के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो की बेबसता को राज्य के परिपेक्ष्य में दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। उन्होंने कहा कि आजसू मानती है कि निजी विद्यालयों द्वारा शिक्षा मंत्री के आग्रह को ना मानना विद्यालय प्रबंधनों की तानाशाही है और यह घटना शिक्षा मंत्री के अपनी ही कार्यक्षेत्र के लोगों में उनके प्रति अविश्वसनीयता का प्रतीक है।

सरकार बीच का रास्ता निकालने का प्रयास कर रही है परंतु यह हास्यपद एवं निंदनीय है कि अपनी ओर से इस फीस संकट से निबटने को कोई वितीय सहयोग रूपी पहल नहीं कर रही जिससे विद्यालयों के छात्र- छात्राओं के सभी शिक्षण शुक्ल माफी एवं निजी विद्यालयों के शिक्षक एवं कर्मचारियों का वेतन दिया जा सके। गौतम ने कहा संसाधन एवं वितीय राजस्व के मामले में हमारा पड़ोसी राज्य बिहार झारखंड के मुकाबले कही नहीं टिकता। बिहार सरकार ने जनता के प्रति अपने दायित्व को समझते हुए लॉकडाउन के अवधि का शुक्ल निजी विद्यालयों द्वारा ना लिए जाने का विभागीय निर्देश जारी कर दिया है वहीं हमारी झारखंड सरकार के शिक्षा मंत्री अपनी बेबसी का रोना रो रहे हैं।
गौतम सिंह ने कहा कि आजसू प्रारंभिक दौर से ही निजी विद्यालयों के छात्र- छात्राओं के शिक्षण शुल्क माफी को लेकर आंदोलनरत है और छात्र छात्राओं को पूर्ण राहत दिए जाने तक आवाज बुलंद करती रहेगी।