चीनी का सेंट्रल बैंक भारतीय कंपनियों में कैसे हिस्सेदारी खरीद रहा है, जरा जानिए तो आंकड़े

मुंबई : सेंट्रल बैंक ऑफ चाइना की भारतीय कंपनियों में रुचि बढी है. वह भारत की कंपनियों में धीरे-धीरे हिस्सेदारी बढाना चाहता है, ताकि वह उन्हें नियंत्रित कर सके. भारत की कुछ कंपनियों में उसने हिस्सेदारी खरीदी है. चीन का भारतीय कंपनियों में रुचि व निवेश का पहला खुलासा इस साल मार्च में हुआ जब यह स्टाॅक एक्सचेंज के हवाले खबर आयी कि उसने दिग्गज कंपनी एचडीएफसी में एक प्रतिशत से अधिक की हिस्सेदारी खरीद ली.

एचडीएफसी में उसके निवेश के खुलासे के बाद भी भारत सरकार ने पड़ोसी देशों के निवेश के नियमों में बदलाव किया और इसे जटिल बनाया ताकि चीनी कंपनियों भारतीय कंपनियों में हिस्सेदारी न ले सकें.
एचडीएफसी के अलावा चीन के सरकारी बैंक के पास पीरामल इंटरप्राइजेज में 0.43 प्रतिशत की हिस्सेदारी है, जिसका मूल्य करीब 137 करोड़ रुपये है. सीमेंट सेक्टर की दिग्गज कंपनी अंबुजा सीमेंट में चीनी बैंक की 122 करोड़ की हिस्सेदारी है जो 0.32 प्रतिशत होती है.
जानकारों का कहना है कि इसके अलावा भी कई और कंपनियों में उसकी हिस्सेदारी है, जो प्रतिशत में एक प्रतिशत से कम है.