Koderma news: कुलपति पवन कुमार पोद्दार ने दिए शिक्षकों की कमी और डिजिटल शिक्षा पर विशेष सुझाव
इसकी पूर्ति के लिए डिजिटल माध्यमों का सहारा लिया जा सकता है: कुलपति

यह नई शिक्षा नीति के तहत छात्रों के समग्र विकास को प्रदर्शित करने का एक प्रयास है। कुलपति ने जेजे कॉलेज की संबद्धता के मुद्दे पर कहा कि कॉलेज का जुड़ाव गिरिडीह विश्वविद्यालय से हो रहा है, जबकि स्थानीय जनप्रतिनिधियों को विनोबा भावे विश्वविद्यालय से सुविधा का तर्क सरकार के समक्ष रखना चाहिए।
कोडरमा: जगन्नाथ जैन महाविद्यालय में विनोबा भावे विश्वविद्यालय हजारीबाग के कुलपति पवन कुमार पोद्दार ने कहा कि कोडरमा हजारीबाग, गिरिडीह, रामगढ और चतरा के सभी कॉलेज प्राचार्य से आग्रह किया कि सभी छात्रों का रक्त समूह डेटा तैयार किया जाए ताकि किसी को रक्त की जरूरत पड़ने पर सहायता मिल सके। कुलपति ने शिक्षकों की कमी का जिक्र करते हुए कहा कि इसकी पूर्ति के लिए डिजिटल माध्यमों का सहारा लिया जा सकता है।

पोद्दार ने कहा कि शोध और शिक्षा को गुणवत्ता आधारित बनाने की आवश्यकता है। नाममात्र की पढ़ाई का कोई अर्थ नहीं है। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति का उद्देश्य छात्रों का समग्र विकास करना है, जिसमें खेल, सांस्कृतिक, आध्यात्मिक और शारीरिक विकास पर ध्यान दिया गया है। उन्होंने बताया कि 24 जनवरी को विश्व गुरु मलखम योगा का प्रदर्शन करेंगे।
यह नई शिक्षा नीति के तहत छात्रों के समग्र विकास को प्रदर्शित करने का एक प्रयास है। कुलपति ने जेजे कॉलेज की संबद्धता के मुद्दे पर कहा कि कॉलेज का जुड़ाव गिरिडीह विश्वविद्यालय से हो रहा है, जबकि स्थानीय जनप्रतिनिधियों को विनोबा भावे विश्वविद्यालय से सुविधा का तर्क सरकार के समक्ष रखना चाहिए। कुलपति ने कहा कि शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और आवश्यकता आधारित शिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी। उन्होंने यह भी बताया कि हाल ही में प्राचार्यों की बैठक में इस विषय पर चर्चा की गई है और गुणवत्ता शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए प्रयास जारी हैं