धनबाद में जहरीली गैस का कहर, दो महिलाओं की मौत, हजारों की आबादी खतरे में
गैस लीक के विरोध में सड़क जाम, ग्रामीणों ने की सुरक्षित पुनर्वास की मांग
धनबाद के केंदुआडीह क्षेत्र में जहरीली गैस रिसाव से दो महिलाओं की मौत हो गई, जिसके बाद पूरा इलाका दहशत में है। हजारों लोगों पर खतरा मंडरा रहा है और प्रशासन राहत कार्य में जुटा है।
धनबाद: झारखंड के धनबाद जिले के केंदुआडीह थाना क्षेत्र में जहरीली गैस लीक की समस्या दिनोंदिन गंभीर होती जा रही है। गैस के प्रभाव से अब तक दो महिलाओं की मौत हो चुकी है, जिसके बाद पूरे इलाके में दहशत का माहौल है। पहली मौत बुधवार रात हुई थी, जब प्रियंका देवी की हालत अचानक बिगड़ गई। गुरुवार को 62 वर्षीय ललिता देवी ने भी दम तोड़ दिया। हालांकि प्रशासन का कहना है कि दोनों मौतों की वास्तविक वजह पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो सकेगी।

स्थानीय निवासी प्रदीप कुमार ठाकुर ने बताया कि मृतक महिला की तबीयत अचानक बिगड़ी और मुंह से झाग निकलने लगा। अस्पताल ले जाने पर डॉक्टरों ने बताया कि मौत गैस के प्रभाव और सांस रुकने से हुई हो सकती है। प्रदीप के अनुसार, अब भी 15–20 लोग बीमार हैं और यदि गैस रिसाव नहीं रुका, तो स्थिति और बिगड़ सकती है। स्थानीय निवासी शेख मोहम्मद ने प्रशासन पर ठोस व्यवस्था न करने का आरोप लगाया। उनका कहना है कि वर्षों से सिर्फ नोटिस दिया जा रहा है, लेकिन वैकल्पिक जगह नहीं मुहैया कराई गई। गैस पूरे इलाके में फैल चुकी है और लोग लगातार बीमार पड़ रहे हैं।
पूर्व मेयर चंद्रशेखर अग्रवाल ने भी प्रबंधन पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि बीसीसीएल ने कई जगहों को असुरक्षित घोषित किया, लेकिन रहने के लिए उपयुक्त विकल्प उपलब्ध नहीं कराया। उन्होंने डीजीएमएस, सीआईएमएफआर और आईएसएम जैसे विशेषज्ञ संस्थानों की बैठक बुलाकर तत्काल समाधान निकालने की मांग की। दहशत का आलम यह है कि कई परिवार अपने घर छोड़कर सुरक्षित स्थान पर चले गए हैं। बीसीसीएल की टीम माइक से लगातार लोगों को स्थानांतरण की अपील कर रही है। गैस का असर राजपूत बस्ती, मस्जिद मोहल्ला, ऑफिसर कॉलोनी सहित करीब दस हजार आबादी वाले इलाके में महसूस किया जा रहा है।
बीसीसीएल पीबी एरिया के महाप्रबंधक (जीएम) जी. साहा ने बताया कि गैस की चपेट में लोग न आएं, इसके लिए दो टेंट बनाकर लोगों को शिफ्ट किया जा रहा है। उनका कहना है कि यह इलाका अग्नि प्रभावित है और वर्षों पहले इसे असुरक्षित घोषित किया गया था, लेकिन लोग यहां से हटे नहीं। उन्होंने कहा कि समस्या का स्थायी समाधान तभी संभव है, जब पहले पूरे क्षेत्र को खाली कराया जाए।
पुटकी के अंचल अधिकारी (सीओ) विकास आनंद ने बताया कि डीजीएमएस की टीम मौके पर पहुंच चुकी है और गैस लीक को बंद करने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने लोगों से सहयोग करने की अपील की, ताकि जल्द राहत मिल सके। मौत के कारण पर उन्होंने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी। प्रशासन लोगों की सभी मांगों को नोट कर रहा है और जल्द बैठक कर समाधान निकाला जाएगा।
स्वास्थ्य विभाग की टीम भी मौके पर पहुंच चुकी है, जो इलाके के लोगों का स्वास्थ्य जांच कर उनके उचित इलाज की व्यवस्था करने में जुटी है। केंदुआडीह थाना के प्रभारी प्रमोद पांडेय ने बताया कि अब तक गैस से 2 लोगों की मौत हो चुकी है, आगे और जान-माल का नुकसान न हो इसके लिए कार्रवाई की जा रही है, साथ ही आक्रोशित लोगों को शांत करा सड़क जाम समाप्त कर लिया गया है।
