चिली की नेता को इंदिरा पुरस्कार दिए जाने पर भाजपा ने उठाए सवाल, कांग्रेस पर लगाया राष्ट्र-विरोध का आरोप
गौरव भाटिया ने बैचलेट के कश्मीर व 370 पर बयानों को विवादित बताया
भाजपा ने चिली की पूर्व राष्ट्रपति मिशेल बैचलेट को इंदिरा गांधी शांति पुरस्कार दिए जाने पर आपत्ति जताते हुए कांग्रेस पर राष्ट्र-विरोधी रुख अपनाने का आरोप लगाया। भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने बैचलेट के कश्मीर, अनुच्छेद 370 और सीएए पर दिए गए बयानों को आधार बनाकर कांग्रेस नेतृत्व पर निशाना साधा।
नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी ने चिली की नेता मिशेल बैचलेट को इंदिरा गांधी पुरस्कार दिए जाने पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि कांग्रेस के डीएनए में भारत विरोध है। उन्होंने कहा कि सबसे पुराना राजनीतिक दल कांग्रेस एक माओवादी संगठन की तरह काम करने लगा है।

भाटिया ने मिशेल की पृष्टभूमि पर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि वे चिली की पहली महिला राष्ट्रपति और संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार की पूर्व प्रमुख रहीं। इस दौरान उन्होंने भारत की संप्रभुता पर कई बार हमला किया। उन्होंने आर्टिकल 370 में बदलाव और कश्मीर में मानवाधिकार उल्लंघन की बात कही। ह्यूमन राइट्स काउंसिल के 42वें सेशन में उन्होंने सवाल उठाया कि कश्मीर में मानवाधिकार का उल्लंघन हो रहा है। अनुच्छेद 370 हटाया नहीं जाना चाहिए। मिशेल भारतीय नागरिक भी नहीं हैं, फिर भी उन्होंने सीएए पर याचिका दायर कर दावा किया कि इससे मानवाधिकारों को ठेस पहुंचेगी। क्या यह सोनिया और राहुल के इशारे पर किया गया?
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि कुछ दिन पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कांग्रेस को मुस्लिम-माओवादी कांग्रेस कहा था। भारत की सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी माओवादी संगठन की तरह काम करती। भाजपा नेता ने कहा, “यह पहली बार नहीं है जब राहुल गांधी, सोनिया गांधी और कांग्रेस पार्टी एंटी-इंडिया और इंटरनेशनल ताकतों के साथ खड़े दिखे हैं।”
भाटिया ने कहा कि सभी तथ्य एक ही नतीजे की ओर इशारा करते हैं कि तथाकथित गांधी परिवार की रगों में धोखे का खून बहता है। यह महात्मा गांधी की कांग्रेस पार्टी नहीं है, यह एक ऐसी पार्टी है जो देश विरोधी ताकतों के साथ मिलती है, कातिलों के साथ खड़ी होती है और उन्हें मंत्री और सांसद बनाकर उनका महिमामंडन भी करती है।
