मंत्री मिथिलेश ठाकुर के पक्ष में कांग्रेस ने खोला मोर्चा! ईडी की छापेमारी पर खड़ा किया सवाल

कांग्रेसी नेता राजीव रंजन से विशेष साक्षात्कार

मंत्री मिथिलेश ठाकुर के पक्ष में कांग्रेस ने खोला मोर्चा! ईडी की छापेमारी पर खड़ा किया सवाल
कांग्रेसी नेता राजीव रंजन से विशेष साक्षात्कार

आपको इसका अंतर भी समझना चाहिए, गो गो दीदी योजना एक पार्टी की कार्यक्रम है, जबकि मंईयां सम्मान योजना सरकार की योजना है. जरा याद कीजिए कि जब मंईयां सम्मान योजना की शुरुआत हुई थी, तब भाजपा ने इसकी कितनी खिल्ली उड़ायी थी, लेकिन आज उसी योजना के कारण वह मुकाबला शुरु होने के पहले ही मुकाबले से बाहर दिखलायी पड़ रही है

समृद्ध झाऱखंड: ठीक चुनाव के पहले मंत्री मिथिलेश ठाकुर, पीएएस हरेन्द्र सिंह और भाई विनय ठाकुर से जुड़े करीबन बीस ठिकानों पर ईडी की  छापेमारी को आप किस नजर से देखते हैं. 

राजीव रंजन: देश की जनता सब कुछ जानती-समझती है, सब कुछ सरेआम है, जनता सब देख रही है कि किस प्रकार ईडी के निशाने पर हर बार विपक्ष और विपक्ष शासित राज्य ही होता है. भाजपा शासित राज्यों से ईडी गायब क्यों दिखती है? और इसके पीछे की सियासत क्या है? लेकिन इससे भाजपा को हासिल कुछ भी नहीं होने वाला है. एक बार फिर से इंडिया गठबंधन की सरकार पूर्ण बहुमत के साथ वापस आने जा रही है. कहीं कोई मुकाबला नहीं है. भाजपा का सूपड़ा साफ है.

समृद्ध झाऱखंड: हरियाणा में जिस प्रकार से भाजपा को झटका लगा, जीती हुई बाजी उसके हाथ से फिसल गयी, उसके बाद सियासी गलियारों में इस बात की चर्चा तेज है कि कांग्रेस की सीटों में कटौती की जाने वाली है.

राजीव रंजन: यह सब कुछ सियासी गलियारों की कयासबाजियां है, आप जैसे मीडियाकर्मियों की उपज भी है. ऐसा कुछ नहीं होने वाला है, कांग्रेस झामुमो के साथ ही इंडिया गठबंधन के अंदर सब कुछ सामान्य है, कहीं कोई कीच-कीच नहीं है. जल्द ही सारी तस्वीर साफ हो जायेगी.

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समृद्ध झाऱखंड: हरियाणा में करीबन 34 सीटें ऐसी थी, जहां कांग्रेस का खेल कांग्रेस के ही बागी उम्मीदवारों ने खराब किया, कई सीटों पर तो घोषित उम्मीदवार की तुलना में बागी उम्मीदवारों ने अधिक वोट पाया.  सामाजिक समीकरणों के बजाय टिकट वितरण में पैरवी की अधिक चली और इसके कारण जीती हुई बाजी हाथ से निकल गयी.

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राजीव रंजन:  हार के कारणों की समीझा की जा रही है, सब कुछ मीडिया में तो नहीं बताया जा सकता, कश्मीर में भाजपा क्यों हारी, क्या भाजपा इसका जवाब दे रही है?

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समृद्ध झाऱखंड: दावा किया जाता है कि कांग्रेस इसी तरह झारखंड में भी इंडिया गठबंधन का खेल नहीं खराब कर दे, इसी कारण सीटों की संख्या में कटौती की जा रही है.

राजीव रंजन: इसे एक बार फिर से इसे सियासी गलियारों की कयासबाजियां ही करार दूंगा. कांग्रेस ने जम्मु कश्मीर का चुनाव जीता, इसकी चर्चा तो आप लोग नहीं करते, लेकिन हरियाणा में मिली हार को जरुर उछालते हैं. हर बार भाजपा के नेरैटिव पर सवाल पूछने के बजाय कभी इंडिया गठबंधन की नजर से भी समझने की कोशिश कीजिए. सियासी अखाड़े में हार और जीत लगी रहती है, बावजूद इसके हरियाणा में हार क्यों मिली, उसकी समीक्षा जा रही है. हां, इतना आश्वस्त कर सकता हूं कि उसका कोई असर झारखंड में नहीं होने वाला है और ना ही कांग्रेस की सीटों में कटौती होने वाली है.

समृद्ध झाऱखंड: यदि कांग्रेस 30-32 सीटों पर चुनाव लड़ती है और 25 से 30 सीट उसके हिस्से आती है तो क्या उस हालत में सीएम का चेहरा रोटेशन पर तय होगा.

राजीव रंजन: मैं इसका जवाब देने को अधिकृत नहीं हूं, लेकिन इतना जरुर कह सकता हूं कि हम हेमंत सोरेन और कल्पना सोरेन के नेतृत्व में चुनाव में जा रहे हैं और कल्पना सोरेन और हेमंत सोरेन ही इस सियासी संग्राम में इंडिया गठबंधन का चेहरा होंगे.

समृद्ध झाऱखंड: यदि गठबंधन के अंदर सब कुछ इतना सहज और सामान्य है तो फिर सीट शेयरिंग का फार्मूला सामने क्यों नहीं आ रहा? क्यों नहीं उम्मीदवारों का एलान किया जा रहा है, इसके पीछे की वजह क्या है? 

राजीव रंजन: आप यही सवाल भाजपा से क्यों नहीं पूछते, उसकी ओर से भी तो अब तक सीट शेयरिंग का फार्मूला सामने नहीं आया है, अभी भी आजसू जदयू और भाजपा के बीच कीच कीच जारी है.

समृद्ध झाऱखंड: इस चुनावी संग्राम में आप इंडिया गठबंधन को कहां पाते हैं,  जिस प्रकार से हिमंता विस्व सरमा और शिवराज सिंह चौहान की ओर से मोर्चा संभाला गया है, और गोगो दीदी योजना की शुरुआत की गयी है, उसके बाद इंडिया गठबंधन अपने आप को फंसा हुआ तो नहीं मान रहा.

राजीव रंजन: फंसा हुआ कौन है? इसके जरा भाजपा वालों से पूछिए, कल्पना सोरेन और हेमंत सोरेन की रैलियों में उमड़ती भीड़ से किसकी नींद उड़ी है, आज सब कुछ सामने है. इस गो गो से किसका “गो” होने वाला है, और कहां भगदड़ मचनी है, सब कुछ साफ है. 

समृद्ध झाऱखंड: भाजपा का आरोप है कि कांग्रेस और इंडिया गठबंधन के कार्यकर्ताओं की ओर से  गो गो दीदी योजना का फार्म भरने में अवरोध कायम किया जा रहा है. आप इसका विरोध क्यों रहे हैं?

राजीव रंजन:  इसका जवाब तो भाजपा को देना चाहिए कि वह झारखंड के लोगों को ठगने का काम क्यों कर रही है, जबकि उससे पत्ता  है कि यह चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन है.

समृद्ध झाऱखंड: फिर से सवाल तो आपके मुख्यमंत्री मंईयां योजना पर भी खड़ा होगा, मंईयां सम्मान योजना को हरि झंडी और गो गो दीदी योजना का विरोध क्यों?

राजीव रंजन: आपको इसका अंतर भी समझना चाहिए, गो गो दीदी योजना एक पार्टी की कार्यक्रम है, जबकि मंईयां सम्मान योजना सरकार की योजना है. जरा याद कीजिए कि जब मंईयां सम्मान योजना की शुरुआत हुई थी, तब भाजपा ने इसकी कितनी खिल्ली उड़ायी थी, लेकिन आज उसी योजना के कारण वह मुकाबला शुरु होने के पहले ही मुकाबले से बाहर दिखलायी पड़ रही है.

 

 

 

 

 

Edited By: Devendra Kumar

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