आजसू पार्टी में संगठनात्मक शक्ति का विस्तार, प्रवीण प्रभाकर बने केंद्रीय उपाध्यक्ष, कई नेताओं ने दी बधाई
दीपक महतो और संजय मेहता को केंद्रीय महासचिव बनाकर आजसू ने संगठन को दी नई धार
आजसू पार्टी प्रमुख सुदेश महतो ने संगठन विस्तार करते हुए वरिष्ठ नेता प्रवीण प्रभाकर को केंद्रीय उपाध्यक्ष, दीपक महतो और संजय मेहता को केंद्रीय महासचिव नियुक्त किया. इसके साथ ही छात्र और युवा इकाइयों में भी नई नियुक्तियाँ की गईं. पार्टी को मजबूत करने के उद्देश्य से किए गए इस विस्तार पर कई वरिष्ठ नेताओं और पदाधिकारियों ने बधाई दी.
रांची: वरिष्ठ नेता एवं झारखंड आंदोलनकारी प्रवीण प्रभाकर को आजसू पार्टी का केंद्रीय उपाध्यक्ष बनाया गया है, जबकि दीपक महतो को केंद्रीय महासचिव और संजय मेहता को केंद्रीय महासचिव–सह–प्रवक्ता नियुक्त किया गया है. आजसू पार्टी प्रमुख एवं पूर्व उपमुख्यमंत्री सुदेश महतो ने संगठन विस्तार करते हुए पार्टी, युवा आजसू तथा छात्र आजसू के कई पदों पर नए पदाधिकारियों की नियुक्ति की है. सुदेश महतो ने नए पदाधिकारियों को शुभकामनाएं भी दी हैं.

युवा एवं छात्र इकाई
रामचंद्र सहिस सहिस ने बताया कि ऋतुराज शाहदेव को आजसू छात्र संघ का केंद्रीय वरीय उपाध्यक्ष बनाया गया है, जबकि मो कैफ को युवा आजसू का दक्षिणी छोटानागपुर सह प्रभारी तथा संजय साहू को रांची जिला सचिव के पद पर नियुक्त किया गया है.
सहिस ने आशा व्यक्त की कि उपरोक्त नियुक्तियों से संगठन को मजबूती मिलेगी और नए पदाधिकारी पार्टी को नई दिशा में ले जाने में अपना प्रगतिशील नेतृत्व प्रदान करेंगे.
इन नेताओं ने दी बधाई
प्रवीण प्रभाकर समेत सभी नवनियुक्त पदाधिकारियों को पार्टी के सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी, विधायक निर्मल महतो, पूर्व विधायक डॉ लंबोदर महतो, केंद्रीय उपाध्यक्ष हसन अंसारी, मुख्य प्रवक्ता डॉ देवशरण भगत, बुद्धिजीवी मंच के अध्यक्ष डोमन सिंह मुंडा, प्रधान महासचिव मुकुंद मेहता, हरेलाल महतो, संतोष महतो यशोदा देवी, रांची जिप अध्यक्ष निर्मला भगत, सागेन हांसदा, अजय सिंह, टिकैत महतो, इम्तियाज अहमद नज़्मी, उमेश उरांव, संजीव महतो, अजय कुमार, महेश राय, चतुरानन पांडे आदि नेताओं ने बधाई दी है.
सुजीत सिन्हा, 'समृद्ध झारखंड' की संपादकीय टीम के एक महत्वपूर्ण सदस्य हैं, जहाँ वे "सीनियर टेक्निकल एडिटर" और "न्यूज़ सब-एडिटर" के रूप में कार्यरत हैं। सुजीत झारखण्ड के गिरिडीह के रहने वालें हैं।
'समृद्ध झारखंड' के लिए वे मुख्य रूप से राजनीतिक और वैज्ञानिक हलचलों पर अपनी पैनी नजर रखते हैं और इन विषयों पर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करते हैं।
