Koderma news: डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की 70वीं पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि, कांग्रेस जनों ने किया आयोजन
वक्ताओं ने बताया—अंबेडकर आधुनिक भारत की न्याय और समानता की नींव
कोडरमा के तिलैया बस्ती में कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की 70वीं पुण्यतिथि महापरिनिर्वाण दिवस के रूप में मनाई। बाबा साहब की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उनकी विचारधारा, संविधान निर्माण में योगदान तथा सामाजिक समानता के लिए उनके संघर्ष को याद किया गया। कार्यक्रम में कई प्रमुख नेता और कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
कोडरमा: तिलैया बस्ती (Tilaiya Basti) स्थित बाबा साहब भीमराव अंबेडकर प्रतिमा प्रांगण में अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ के अध्यक्ष दशरथ पासवान की अध्यक्षता में भारत रत्न बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की 70वीं पुण्यतिथि महापरिनिर्वाण दिवस के रूप में मनाई गई। सर्वप्रथम समस्त कांग्रेस जनों ने बाबा साहब की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं पुष्पांजलि अर्पित कर नमन किया।
कांग्रेस जनों ने दी श्रद्धांजलि

अंबेडकर ने दलितों और वंचितों के अधिकारों के लिए दिया जीवन
बाबा साहब का जन्म 14 अप्रैल 1891 को महू, मध्य प्रदेश में हुआ था। उन्होंने दलितों और वंचितों के अधिकारों के लिए जीवनभर संघर्ष किया, सामाजिक भेदभाव से लड़ने में शिक्षा को हथियार बनाया और भारत के पहले कानून व न्याय मंत्री बने। उन्होंने न्याय आधारित आधुनिक भारत की नींव रखी।
भारतीय संविधान निर्माण में उनका योगदान अविस्मरणीय
संविधान देश का सर्वोच्च कानून है, जिसे 26 नवंबर 1949 को संविधान सभा ने अपनाया और 26 जनवरी 1950 को लागू किया। दुनिया का सबसे लंबा लिखित संविधान तैयार करने में बाबा साहब का महत्वपूर्ण योगदान था। शुरुआत में इसमें 395 अनुच्छेद, 22 भाग और 8 अनुसूचियां थीं, जो संशोधनों के बाद अब 25 भाग, 12 अनुसूचियां और 448 से अधिक अनुच्छेदों में विस्तृत हो चुकी हैं।
कई सामाजिक कार्यकर्ता और नेता हुए शामिल
कार्यक्रम में मुख्य रूप से चांद आलम, मजदूर नेता कुंदन साहू, जिला सचिव साउथ खान, गुड्डू कुमार, भोला तुरीया, देव लखन यादव, मनोज कुमार, लालमोहन साहू, दिलीप कुमार राम, दिलीप साहू, सीताराम पासवान, भोला राम, सिकंदर कुमार, उषा पासवान, विशाल कुमार सहित कई लोग उपस्थित थे।
