मनरेगा नियुक्ति मे एसटी का आरक्षण घटने पर छात्रों ने विधायक नलिन सोरेन को मांग पत्र सौंपा
दुमका : अनुसूचित जनजाति के छात्रों ने रविवार को विधायक नलिन सोरेन के आवास मे मांग पत्र सौंपकर मनरेगा में होने वाली नियुक्ति मे अनुसूचित जनजाति का आरक्षण घटाने की जानकारी दी और इस दिशा में आवश्यक हस्तक्षेप की मांग की। छात्रों ने बताया कि ग्रामीण विकास अधिकरण, दुमका के द्वारा मनरेगा के अंतर्गत सहायक अभियंता, कंप्यूटर सहायक, लेखा सहायक, ग्राम रोजगार सेवक की संविदा के आधार पर नियुक्ति मे अनुसूचित जनजाति आरक्षण के कोटा में भारी कटौती की गयी।
छात्रों ने बताया कि वर्तमान मे मनरेगा में कार्यरत कर्मी प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी में अनारक्षित वर्ग आठ और एसटी सात, सहायक अभियंता पद मे सामान्य वर्ग 5और अनुसूचित जनजाति पद में शून्य, कनीय अभियंता पद में अनारक्षित एवं एससी आठ और एसटी सात, रोजगार सेवक पद में अनारक्षित प्लस एससी 110 और एससी 53 पद कार्यरत हैं।
पहले भी यही नियुक्ति निकाली गयी थी, लेकिन किन्हीं कारणों से रद्द कर दी गयी।अनुसूचित जनजाति के आरक्षण मे सहायक अभियंता के पांच पद, लेखा सहायक में चार पद, कंप्यूटर सहायक में चार पद, ग्राम रोजगार सेवक में 40 पद स्वीकृत किए गए थे। वर्तमान में जो नियुक्ति निकाली गयी है, उसमें अनुसूचित जनजाति का रिक्त पद सहायक अभियंता मे एक पद, कंप्यूटर सहायक में दो पद, लेखा सहायक में दो पद और ग्राम सहायक सेवक में 28 पद स्वीकृत हैं। इसमें अनुसूचित जनजाति के कोटा में 20 पद को समाप्त कर सामान्य वर्ग मे जोड़ा गया है। अनुसूचित जनजाति का पद घटाना कही से भी न्याय संगत नहीं लगता है। यहां 50-50 होना चाहिए। बाकी बहाली में ऐसा ही होता है।
छात्र प्रतिनिधिमंडल से विधायक नलित सोरेन ने कहा कि छात्रों से कहा कि अनुसूचित क्षेत्र मे ंअनुसूचित जनजाति का पद नहीं घटाना चाहिए। छात्रों को आश्वासन दिया कि उपायुक्त दुमका और डीडीसी से वे बात करेंगे। इस मौके में श्याम देव हेम्ब्रम, ठाकुर हाँसदा, हरेन्द्र हेम्ब्रम, सुलीश सोरेन, सलीम मराण्डी, गंगासागर हेम्ब्रम आदि उपस्थित थे।