पश्चिम बंगाल में बाबरी मुद्दा सोची-समझी रणनीति: गिरिराज सिंह
‘वंदे मातरम’ को देश की विरासत बताते हुए खुली चर्चा की वकालत
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने पश्चिम बंगाल में बाबरी मस्जिद मुद्दा उठने को तृणमूल सरकार की सोची-समझी रणनीति बताया। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी जानबूझकर हिंदू-मुसलमान के नाम पर विवाद खड़ा कर रही हैं। गिरिराज ने ‘वंदे मातरम’ को देश की ऐतिहासिक विरासत बताते हुए संसद में इस पर खुली चर्चा की जरूरत पर भी जोर दिया।
नई दिल्ली: केन्द्रीय कपड़ा मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि पश्चिम बंगाल में बाबरी मस्जिद का मुद्दा एक सोची-समझी राजनीतिक रणनीति का हिस्सा है। वह संसद भवन परिसर में मीडिया से बातचीत कर रहे थे।
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“बंगाल में हिंदू–मुस्लिम विवाद भड़काने की साजिश”
गिरिराज सिंह ने आरोप लगाया कि ममता बनर्जी जानबूझकर बंगाल में हिंदू-मुसलमान के नाम पर विवाद पैदा कर रही हैं। उन्होंने कहा कि यह मुद्दा राजनीतिक रणनीति के तहत उठाया गया है।
देशव्यापी विरोध की चेतावनी
केन्द्रीय मंत्री ने चेतावनी दी कि इस तरह की राजनीति के लिए ममता बनर्जी को न सिर्फ बंगाल, बल्कि पूरे देश में विरोध का सामना करना पड़ेगा और इसकी सजा भी भुगतनी पड़ेगी।
‘वंदे मातरम’ पर टिप्पणी
गिरिराज ने कहा कि ‘वंदे मातरम’ देश को एकता के सूत्र में बाँधने वाला शक्तिशाली प्रतीक है। यह स्वतंत्रता सेनानियों के लिए प्रेरणा स्रोत रहा है।
उन्होंने कहा, “अगर लोकतंत्र के मंदिर में ‘वंदे मातरम’ पर बात नहीं होगी, तो फिर कहां होगी?”
भारत की विरासत पर जोर
उन्होंने कहा कि ‘वंदे मातरम’ 150 वर्ष पुराना आज़ादी का गीत है और यह भारत की सांस्कृतिक विरासत है, इसलिए इस पर खुलकर चर्चा होनी चाहिए।
