दशहरा 2025: भूलकर भी न करें इन चीजों का दान, वरना हो सकता है नुकसान!

दशहरा 2025: भूलकर भी न करें इन चीजों का दान, वरना हो सकता है नुकसान!
(IS: GaneshaSpeaks)

समृद्ध डेस्क: दशहरा, जिसे विजयादशमी भी कहते हैं, बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक पर्व है। शास्त्रों में इसे शक्ति की आराधना और सकारात्मक ऊर्जा प्राप्ति का अवसर माना गया है। इसी दिन भगवान राम ने रावण का वध किया था और मां दुर्गा ने महिषासुर का संहार किया था। दान-पुण्य का भी इस दिन विशेष महत्व है; सही वस्तुओं का दान करने से पूरे वर्ष शुभ परिणाम मिलते हैं.


किन चीजों का दान न करें

हिंदू परंपरा अनुसार, कुछ चीजों का दान दशहरा और नवरात्रि के अनुष्ठानिक दिन पर वर्जित माना गया है। वास्तु और शास्त्रों में इनके दान से आर्थिक, पारिवारिक व मानसिक परेशानियां बढ़ सकती हैं। इन 5 वस्तुओं का दशहरा के दिन दान करने से बचना चाहिए:

1. तेल-नमक

व्रत और त्योहार के बाद तेल या नमक का दान करने का नियम नहीं है। वास्तु अनुसार, यह अशुभ माना गया है। दशहरा के दिन इनका दान परिवार में विवाद, कलह और आर्थिक कमी ला सकता है। अन्य खाद्य पदार्थ दान करें, पर तेल-नमक नहीं.

2. बचा हुआ या खराब खाना

कभी भी बचा हुआ, बासी या खराब खाना नहीं दान करें। धार्मिक मान्यता है कि इससे घर में दरिद्रता और कलह बढ़ती है। दान में हमेशा फ्रेश और अच्छा भोजन ही दें.

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3. झाड़ू

झाड़ू को मां लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है। मान्यता है कि झाड़ू दान करने से घर में लक्ष्मी नहीं रहती, आर्थिक नुकसान होता है, और वास्तु दोष बढ़ता है.

4. धार्मिक ग्रंथ या पुस्तकें

घर के धार्मिक ग्रंथ या पवित्र किताबें किसी को न दें। यदि प्राप्तकर्ता आदर न करे या इनका सही पाठ न करे तो इसका दुष्प्रभाव व्यक्ति के जीवन में बाधा, निराशा और अशांति लाता है.

5. नुकिली वस्तुएँ (धारदार चीजें)

क्षण, चाकू, कैंची, कोई भी हथियार जैसी चीजें दान नहीं करनी चाहिए। इससे परिवार की सुख-शांति भंग हो सकती है और जीवन में कठिनाई आ सकती है.


किन चीजों का दान करना चाहिए

अगर दशहरा के दिन दान करना है, तो नीचे दी गई वस्तुएं अत्यंत शुभ मानी गई हैं:

  • अन्न (गेहूं, चावल, साबुत मूंग)

  • पीले रंग के वस्त्र

  • सफेद वस्त्र

  • नारियल और मिठाई

  • गुप्त दान (चुपचाप किसी ज़रूरतमंद को सहायता दिया जाना)

  • जनेऊ

  • ब्राह्मण या गरीब को भोजन व वस्त्र

  • नई झाड़ू (श्रद्धा के अनुसार, धार्मिक स्थान पर ही)

इनका दान करने से वर्षभर सुख, व्यापार तरक्की, करियर में लाभ और परिवार में शांति का संचार होता है। 


(नोट: यहां दी गई सभी जानकारी विश्वसनीय स्रोतों और शास्त्रीय मान्यताओं पर आधारित है.)

Edited By: Samridh Desk
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