सर्दियों में किन फलों से दूरी रखें? ठंडी तासीर से पाचन और इम्यूनिटी पर असर
सवास्थ डेस्क: सर्दियों में कुछ फल ऐसे हैं जिन्हें अगर बिना सोचे-समझे खाया जाए, तो पाचन तंत्र पर दबाव बढ़ सकता है और सर्दी-जुकाम जैसी दिक्कतें तेज हो सकती हैं। इसलिए मौसम के हिसाब से फल चुनना और ठंडी तासीर वाले फलों का सेवन सीमित रखना जरूरी माना जाता है।
सर्दियों में पाचन तंत्र क्यों कमजोर पड़ता है?

साथ ही, ठंडी प्रकृति वाले फल शरीर के तापमान को और कम कर देते हैं, जिससे इम्यून सिस्टम पर भी असर पड़ सकता है और बार-बार सर्दी, खांसी, गले में खराश की शिकायत हो सकती है। इसलिए सर्दियों में हर फल को “हेल्दी” समझकर जरूरत से ज्यादा खाना सही नहीं माना जाता।
किन फलों से सर्दियों में दूरी रखें
तरबूज, खीरा और खरबूजा जैसे फल ठंडी तासीर और ज्यादा पानी की मात्रा के कारण सर्दियों में पाचन तंत्र पर अतिरिक्त दबाव डाल सकते हैं, इसलिए इन्हें इस मौसम में या तो अवॉइड करना चाहिए या बहुत कम मात्रा में खाना चाहिए। इन फलों के कारण शरीर का तापमान कम हो सकता है और ठंड लगने, खांसी-जुकाम बढ़ने या गले में खराश की समस्या तेज हो सकती है।
इसी तरह, कुछ और ठंडी प्रकृति वाले फल ज्यादा खाने पर बलगम बढ़ा सकते हैं और एलर्जी या साइनस वाले लोगों के लिए परेशानी खड़ी कर सकते हैं, इसलिए डॉक्टर और न्यूट्रिशन एक्सपर्ट अक्सर सलाह देते हैं कि सर्दियों में इनका सेवन सीमित रखा जाए और हमेशा अपनी बॉडी की टॉलरेंस को ध्यान में रखा जाए।
सर्दियों में किन फलों को प्राथमिकता दें
सर्दियों में सेब, संतरा, अमरूद, अनार और कीवी जैसे फल इम्यूनिटी मजबूत करने और शरीर को प्राकृतिक गर्माहट देने के लिए बेहतर माने जाते हैं। इनमें विटामिन C, एंटीऑक्सीडेंट्स और फाइबर भरपूर होता है, जो वायरल इंफेक्शन से बचाव, पाचन सुधारने और थकान दूर करने में मदद कर सकते हैं।
दिनभर की डाइट में इन फलों को नाश्ते या बीच-बीच के स्नैक्स में शामिल करने से शरीर को पर्याप्त विटामिन्स और मिनरल्स मिलते हैं, जिससे सर्दियों में भी एनर्जी लेवल अच्छा बना रह सकता है। हालांकि, ब्लड शुगर या किसी पुरानी बीमारी वाले लोगों को फल चुनने से पहले अपने डॉक्टर या न्यूट्रिशनिस्ट से सलाह लेना जरूरी है।
डाइजेस्टिव सिस्टम और मेटाबॉलिज्म का ख्याल रखें
हेल्दी डाइजेस्टिव सिस्टम को बनाए रखना सर्दियों में इम्यूनिटी के लिए सबसे अहम माना जाता है, क्योंकि पाचन बिगड़ने पर शरीर को पोषक तत्व सही से नहीं मिल पाते। मौसम में अचानक ठंड बढ़ने पर बहुत ठंडे फल, तले-भुने या भारी भोजन के साथ लेने से गैस, एसिडिटी और पेट फूलने की समस्या और बढ़ सकती है।
साथ ही, रेगुलर फिजिकल एक्टिविटी, पर्याप्त पानी पीना, गरम सूप या हर्बल चाय जैसे विकल्पों को डाइट में रखना और रात में हल्का व जल्दी डिनर करना भी मेटाबॉलिज्म को सपोर्ट करता है और फल पचाने में मदद करता है।
अस्वीकरण: प्रस्तुत जानकारी केवल सामान्य जागरूकता हेतु है तथा किसी प्रकार की चिकित्सा या उपचार का विकल्प नहीं है। किसी भी सलाह का पालन करने से पूर्व कृपया योग्य चिकित्सक से परामर्श अवश्य करें; समृद्ध झारखंड किसी भी परिणाम के लिए उत्तरदायी नहीं होगा।
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