Bollywood business model: बॉलीवुड फिल्मों से पैसा कैसे कमाया जाता है? जानिए पूरी चेन
डिजिटल और OTT राइट्स की बढ़ती भूमिका
समृद्ध डेस्क: बॉलीवुड की चमक-दमक के पीछे छुपा है एक बेहद जटिल और दिलचस्प बिजनेस मॉडल। हर साल सैकड़ों करोड़ों का कारोबार करने वाली यह इंडस्ट्री कई अलग-अलग तरीकों से पैसा कमाती है। 2024 में भारतीय सिनेमा ने कुल ₹11,833 करोड़ का कलेक्शन किया, जो इसे अब तक का दूसरा सबसे बड़ा साल बनाता है। आइए जानते हैं कि बॉलीवुड की यह पैसा कमाने की पूरी श्रृंखला कैसे काम करती है।
मुख्य आमदनी के स्रोत
बॉक्स ऑफिस कलेक्शन - मुख्य कमाई का जरिया

इस कमाई में से सिनेमा हॉल के मालिक अपना हिस्सा रखते हैं, और बाकी पैसा वितरकों (डिस्ट्रिब्यूटर्स) के पास जाता है। वितरक इस पैसे में से अपना कमीशन काटकर बाकी रकम प्रोड्यूसर को देते हैं। बड़े बजट की फिल्मों जैसे 'पुष्पा 2' (₹1,742 करोड़) और 'स्त्री 2' (₹857 करोड़) ने 2024 में बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचाया।
घरेलू और विदेशी बाजार का अंतर
भारतीय बॉक्स ऑफिस का 80-85% हिस्सा घरेलू बाजार से आता है, जबकि 15-20% अंतर्राष्ट्रीय बाजार से। अमेरिका, ब्रिटेन, और UAE जैसे देश मुख्य विदेशी बाजार हैं जहां बड़ी भारतीय आबादी रहती है। शाहरुख खान की फिल्मों ने विदेशी बाजार में रिकॉर्ड बनाए हैं - उनकी 14 फिल्मों ने विदेश में मिलियन से ज्यादा कमाई की है।
डिजिटल/OTT राइट्स - नई युग की कमाई
ओटीटी प्लेटफॉर्म्स का जमाना आने के बाद यह बॉलीवुड की आय का दूसरा सबसे बड़ा स्रोत बन गया है, जो कुल आय का 15-20% हिस्सा है। Netflix, Amazon Prime, Disney+ Hotstar जैसे प्लेटफॉर्म फिल्म के डिजिटल राइट्स खरीदते हैं। 'भूल भुलैया 2' जैसी फिल्म के डिजिटल राइट्स ₹30 करोड़ में बेचे गए थे।
OTT डील्स अक्सर फिल्म रिलीज से पहले ही हो जाती हैं। कई बार ये राइट्स फिल्म के प्रोडक्शन कॉस्ट से भी ज्यादा में बिकते हैं। कोविड के बाद से यह बाजार और भी तेजी से बढ़ा है क्योंकि लोग घर पर फिल्में देखना पसंद करने लगे हैं।
सैटेलाइट राइट्स - टीवी का करिश्मा
टेलीविजन चैनल्स पर फिल्में दिखाने के अधिकार बेचना भी एक बड़ा बिजनेस है, जो कुल आय का 6-10% हिस्सा है। जब कोई फिल्म पहली बार टीवी पर 'वर्ल्ड टेलीविजन प्रीमियर' के रूप में दिखाई जाती है, तो उसके लिए चैनल्स को मोटी रकम चुकानी पड़ती है। 'सूर्यवंशम' जैसी फिल्म का मामला इसका सबसे दिलचस्प उदाहरण है - Set Max ने इसके राइट्स 100 साल के लिए खरीदे थे और इससे ₹100 करोड़ से ज्यादा कमाई की।
म्यूजिक राइट्स - गानों का सोना
बॉलीवुड फिल्मों के गाने अपने आप में एक बड़ा बिजनेस हैं, जो कुल आय का 2-5% हिस्सा है। T-Series, Sony Music जैसी कंपनियां फिल्मों के संगीत अधिकार खरीदती हैं। 'जवान' के म्यूजिक राइट्स ₹36 करोड़ में बेचे गए, जबकि 'पुष्पा 2' के राइट्स ₹50-60 करोड़ में गए। 2024-25 में भारतीय संगीत इंडस्ट्री ने रिकॉर्ड ₹600 करोड़ रॉयल्टी बांटी।
ब्रांड पार्टनरशिप और प्रोडक्ट प्लेसमेंट
फिल्मों में ब्रांड्स के प्रोडक्ट्स दिखाना भी अच्छी खासी कमाई का जरिया है। 'चुप चुप के' में Tide का प्रमोशन इतना सफल था कि फिल्म के बाद टाइड की बिक्री में भारी बढ़ोतरी हुई। 'चक दे इंडिया' में McDonald's, 'कृश' में Bournvita, 'यह जवानी है दीवानी' में MakeMyTrip जैसे कई सफल प्रोडक्ट प्लेसमेंट के उदाहरण हैं।
फिल्म निर्माण की प्रक्रिया और लागत
बड़े बजट की फिल्में
आज के जमाने में बड़ी फिल्मों का बजट आसमान छू रहा है। 'कल्कि 2898 AD' (₹600 करोड़), 'RRR' (₹550 करोड़), 'पुष्पा 2' (₹400-500 करोड़) जैसी फिल्में सबसे महंगी बनी हैं। इसमें प्रोडक्शन कॉस्ट के अलावा मार्केटिंग का भी भारी खर्च शामिल है।

मध्यम बजट की सफलताएं
दिलचस्प बात यह है कि 2024 में सबसे ज्यादा मुनाफा देने वाली फिल्म 'प्रेमलु' थी, जो सिर्फ ₹3 करोड़ में बनी और ₹136 करोड़ कमाई। इसने 45 गुना रिटर्न दिया, जो बड़े बजट की फिल्मों के लिए असंभव है। 'मुंज्या' (₹30 करोड़ बजट, ₹126 करोड़ कमाई) भी इसका बेहतरीन उदाहरण है।
वितरण की पूरी कहानी
प्रोड्यूसर, वितरक और एक्जिबिटर का रिश्ता
बॉलीवुड में तीन मुख्य खिलाड़ी हैं - प्रोड्यूसर (जो फिल्म बनाते हैं), वितरक (जो फिल्म को सिनेमा हॉल तक पहुंचाते हैं), और एक्जिबिटर (सिनेमा हॉल के मालिक)। कई बार यही कंपनी तीनों काम करती है, जैसे Yash Raj Films, Dharma Productions।
वितरण के तीन मॉडल
1. मिनिमम गारंटी रॉयल्टी: वितरक प्रोड्यूसर को एक निश्चित रकम गारंटी के रूप में देता है। फिल्म हिट होने पर मुनाफे का हिस्सा भी मिलता है।
2. आउटराइट सेल: प्रोड्यूसर फिल्म को वितरक को पूरी तरह बेच देता है। इसमें प्रोड्यूसर का रिस्क कम लेकिन मुनाफा भी सीमित होता है।
3. कमीशन मॉडल: वितरक को कुल कमाई से कमीशन मिलता है, बाकी प्रोड्यूसर का होता है।
एक्टर्स की कमाई के तरीके
सलमान खान जैसे स्टार्स ₹70 करोड़ तक सैलरी लेते हैं। लेकिन आमिर खान जैसे कुछ एक्टर्स सैलरी नहीं बल्कि प्रॉफिट शेयरिंग करते हैं। 'सुल्तान' फिल्म में सलमान खान ने प्रॉफिट शेयरिंग डील की थी और उन्हें लगभग ₹835 करोड़ मिले थे, जो उनकी सामान्य सैलरी से कहीं ज्यादा था।
आज के जमाने के नए ट्रेंड्स
ओटीटी का बढ़ता प्रभाव
कोविड के बाद से OTT प्लेटफॉर्म्स की भूमिका बहुत बढ़ गई है। अब फिल्में सीधे OTT पर भी रिलीज हो रही हैं, जिससे रेवेन्यू मॉडल बदल रहा है। स्ट्रीमिंग से म्यूजिक इंडस्ट्री की 70% से ज्यादा कमाई आ रही है।
इंटरनेशनल मार्केट का विस्तार
'दंगल' ने चीन में ₹863 करोड़ कमाई की, जो भारत की कमाई से कई गुना ज्यादा थी। 'सीक्रेट सुपरस्टार' ने भी चीन में धमाल मचाया। आज भारतीय सिनेमा दुनियाभर में तीसरी सबसे बड़ी फिल्म इंडस्ट्री है।
छोटे बजट की बड़ी जीत
2024 में छोटे बजट की फिल्मों ने सबसे अच्छा प्रदर्शन किया। 'हनुमान' (₹25 करोड़ बजट), 'मुंज्या' (₹30 करोड़ बजट) जैसी फिल्मों ने कई गुना रिटर्न दिया। यह दिखाता है कि अच्छी कहानी और कम बजट भी बड़ी सफलता दिला सकते हैं।
बॉलीवुड का बिजनेस मॉडल पिछले कुछ सालों में काफी बदला है। बॉक्स ऑफिस के अलावा OTT, सैटेलाइट राइट्स, म्यूजिक राइट्स, और ब्रांड पार्टनरशिप अब प्रमुख आय के स्रोत हैं। 2024 में हालांकि हिंदी सिनेमा की कमाई में गिरावट आई है, लेकिन फिर भी यह ₹11,833 करोड़ के कुल भारतीय सिनेमा मार्केट का 40% हिस्सा है।
भविष्य में डिजिटल प्लेटफॉर्म्स का योगदान और बढ़ने की उम्मीद है, जबकि अंतर्राष्ट्रीय मार्केट में भी भारतीय फिल्मों की पहुंच बढ़ रही है। छोटे बजट की गुणवत्तापूर्ण फिल्में भी बड़ी सफलताएं दिला रही हैं, जो इस इंडस्ट्री के लिए एक सकारात्मक संकेत है।
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