Daltonganj News: बगैर परिवर्तन राज्य का विकास संभव नहीं, वर्तमान सरकार पर बाबूलाल का तंज
पिता की कसम खाकर वादा पूरा नहीं करने वाले को जनता को ठगने में कितनी देर लगेगी: मरांडी
यह भी कहा था कि 5 लाख नौकरी नहीं देने पर राजनीतिक से संन्यास ले लेंगे। जो अपने पिता की कसम खाकर वादे को पूरा नहीं करते हैं, उन्हें आम लोगों को ठगने में कितना देर लगेगी
डाल्टनगंज: भंडारिया में परिवर्तन सभा को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने 23 सितंबर को संबोधित किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि झारखंड के विकास कांग्रेस, राष्ट्रीय जनता दल और झारखंड मुक्ति मोर्चा ने रोक है। इसका नेतृत्व हेमंत सोरेन कर रहे हैं झारखंड में परिवर्तन किए बगैर राज्य का विकास संभव नहीं है। लोगों से अपील है की इन लोगों को बदले। परिवर्तन करें और झारखंड में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनाएं।

मरांडी ने कहा कि केंद्र और राज्य में भाजपा की सरकार होने पर झारखंड का विकास तेजी से होगा। आज से 20-25 साल पहले गांव में सड़कें नहीं होती थी। लोग पैदल आना जाना करते थे। बारात भी कोसों दूर पैदल ही जाना पड़ता था। भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने पर गांव-गांव तक सड़कें बन गई। आज लोग गाड़ी से आना-जाना करते हैं।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि पहले गांव के लोगों ने बिजली भी नहीं देखा थे। कांग्रेस पार्टी ने इस देश में 55 वर्षों तक राज किया, लेकिन कभी भी गांवों में बिजली पहुंचाने की चिंता नहीं की। केंद्र में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने पर गांव-गांव में बिजली पहुंचाई गई।
मरांडी ने कहा कि हेमंत सोरेन ने अपने पिता की कसम खाई थी और कहा था कि हर साल 5 लाख युवाओं को नौकरी देंगे। यह भी कहा था कि 5 लाख नौकरी नहीं देने पर राजनीतिक से संन्यास ले लेंगे। जो अपने पिता की कसम खाकर वादे को पूरा नहीं करते हैं, उन्हें आम लोगों को ठगने में कितना देर लगेगी। श्री मरांडी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने उन्हें यह कहने के लिए दबाव नहीं दिया था। हेमंत सोरेन ने विधानसभा में कहा था कि नौकरी नहीं देने पर युवाओं को बेरोजगारी भत्ता देंगे। बीए पास को 5000 और एमए पास को 7000 रुपए देंगे। 5 साल हो गया, पर किसी को बेरोजगारी भत्ता नहीं मिला।
सुजीत सिन्हा, 'समृद्ध झारखंड' की संपादकीय टीम के एक महत्वपूर्ण सदस्य हैं, जहाँ वे "सीनियर टेक्निकल एडिटर" और "न्यूज़ सब-एडिटर" के रूप में कार्यरत हैं। सुजीत झारखण्ड के गिरिडीह के रहने वालें हैं।
'समृद्ध झारखंड' के लिए वे मुख्य रूप से राजनीतिक और वैज्ञानिक हलचलों पर अपनी पैनी नजर रखते हैं और इन विषयों पर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करते हैं।
