नेशनल एक्विफर मैपिंग एंड मेजरमेंट प्रोग्राम की कार्यशाला में भाग लेंगे डॉ रंजीत

साहिबगंज : केंद्रीय भूजल बोर्ड, मध्य-पूर्वी क्षेत्र, पटना द्वारा नेशनल एक्विफर मैप एंड मैनेजमेंट प्रोग्राम पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन 17 मार्च 2023 को पटना में किया जाएगा। इसमें मॉडल कॉलेज, राजमहल के प्राचार्य डॉक्टर रंजीत कुमार सिंह को आमंत्रित किया गया है। यह आयोजन राज्य इकाई कार्यालय, रांची और सीजी डब्ल्यूबी दक्षिण पूर्वी क्षेत्र भुवनेश्वर, ओडिशा के संयुक्त तत्वावधान में हो रहा है। इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य नेक्किम अध्ययन के निष्कर्षों का प्रसार करना है, जिसकी सफल केस स्टडी को लोकप्रिय बनाने के लिए नेक्किम आउटपुट के संभावित उपयोग के बारे में सिद्धार्थ को जानकारी उपलब्ध कराना है। साथ ही साथ है भूजल विजन 2047 और हित धारकों की प्रतिक्रिया प्राप्त करना है। क्षेत्रीय कार्यशाला में भाग लेने वाले प्रतिभागी झारखंड,ओडिशा एवं बिहार राज्य को होंगे।

उन्होंने बताया कि बढ़ता हुआ ग्लोबल वार्मिंग भू जल स्तर के सूखने का प्रमुख कारकों में से एक है संभावित सूखे के इलाकों में जल स्तर को बढ़ाने के लिए अधिक से अधिक संख्या में जल संरक्षण कि तमाम तकनीकों को अपनाने की आवश्यकता है एवं बाढ़ प्रभावित व कटाव के क्षेत्र में भी जल संरक्षण हेतु अधिक से अधिक संख्या में पौधारोपण किया जाना चाहिए।
भूवैज्ञानिक डॉ रंजीत कुमार सिंह ने कहा कि प्रकृति पर्यावरण और परिस्थितिकी तंत्र की अनदेखी घातक है। हमें स्वस्थ निरापद जीवन के लिए प्रकृति संसाधनों के अनियंत्रित दोहन पर अंकुश लगाना होगा। प्राकृतिक अवयवों के संतुलन के द्वारा ही हम सुखी समृद्ध और शक्ति संपन्न हो सकते हैं।