एक आदिवासी के पीछे पांच साल से पड़े हैं, लेकिन बाल बांका नहीं कर सके: हेमंत सोरेन
हेमंत बोले- पूरे देश का चिड़ीमार, विधायक और सांसद यहां घूम रहा है
हेमन्त सोरेन ने कहा पिछले पाँच साल ये लोग एक आदिवासी के पीछे पड़े हुए हैं , लेकिन बाल भी बांका नहीं कर सकें हैं. ये लोग बौखला गया है. राजनीतिक लड़ाई से जब नहीं सके तो संवैधानिक संस्थानों को मेरे पीछे लगा दिया.
रांची: दूसरे चरण के चुनाव प्रचार ने गति पकड़ ली है. मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने इस क्रम में गुरुवार को दुमका और सारठ विधानसभा क्षेत्र में चुनावी रैली को संबोधित कर भाजपा पर हमला बोला. हेमन्त सोरेन ने कहा पूरे देश का चिड़ीमार, विधायक और सांसद की चोरी करने वाले चोर झारखण्ड में घूम रहा है. इनका कई राज्यों का मुख्यमंत्री, ख़ुद प्रधानमंत्री और गृह मंत्री यहाँ डेरा डाले हुए है. हेमन्त सोरेन ने कहा पिछले पाँच साल ये लोग एक आदिवासी के पीछे पड़े हुए हैं , लेकिन बाल भी बांका नहीं कर सकें हैं. ये लोग बौखला गया है. राजनीतिक लड़ाई से जब नहीं सके तो संवैधानिक संस्थानों को मेरे पीछे लगा दिया.
हेमन्त सोरेन ने कहा ये बेईमान लोग कभी राज्य की जनता के सुख दुःख में शामिल नहीं हुआ. इन्हें युवा, महिला, किसान , आदिवासी, दलित और गरीबों से कोई मतलब नहीं है. 20 वर्ष में भाजपा और एनडीए ने कितने लोगों के सर पर पड़े आर्थिक बोझ को कम किया, इनलोगों से पूछिए. ऐसे लोगों को बोरा में बंद कर गुजरात में फेंक देना है. इनके राज्य में आदिवासी महिलाओं का चीर हरण हो रहा है और ये मौन तमाशा देख रहें हैं. हेमन्त सोरेन ने कहा इनके सत्ता में रहते किसान आत्महत्या कर रहे थे. लोग भूखे मर रहे थे. लेकिन महा गठबंधन की सरकार में किसानों का दो लाख तक का ऋण माफ हुआ, लोगों का बकाया बिजली बिल माफ हुआ, सभी वृद्धों को पेंशन दिया गया. महा गठबंधन की सरकार ने ग़रीब गुरबा को उनके पैरों पर खड़ा करने का कार्य किया है.
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि इनके राज्य के कर्मियों को पेंशन नहीं मिलता है, लेकिन झारखण्ड में हमने अपने कर्मियों के लिए पुरानी पेंशन योजना लागू की, राज्य के वकीलों को पेंशन रूपी सम्मान दिया है. महिलाओं को सम्मान राशि मिल रहा है. अब सम्मान राशि 1000 हज़ार से बढ़कर 2500 हजार रुपये दिसंबर से कर दिया गया है. आने वाले समय में हर परिवार तक पांच लाख रुपये भेजने का कार्य होगा.