जेपीएससी 11वीं की परीक्षा में 140 के करीब सफल छात्रों में DSP की पाठशाला
छात्रों की जी तोड़ मेहनत रंग लाई: विकास चंद्र श्रीवास्तव
रांची: 11वीं झारखंड पब्लिक सर्विस कमीशन (जेपीएससी) परीक्षा का परिणाम घोषित हो चुका है और एक बार फिर से डीएसपी की पाठशाला ने सफलता की नई कहानी लिख दी है, टॉप 10 में से 4 अभ्यर्थी इसी संस्थान से निकले हैं, वहीं राज्य पुलिस में डीएसपी पद के लिए चयनित कुल 34 में से 19 अभ्यर्थी डीएसपी की पाठशाला से हैं, यह उपलब्धि न सिर्फ संस्थान बल्कि पूरे झारखंड राज्य के लिए गौरव का विषय बन गई है.

पाठशाला का संचालन बेहद अनुशासित और रणनीतिक तरीके से किया जाता है, छात्रों को लिखित परीक्षा के साथ- साथ इंटरव्यू और शारीरिक दक्षता की तैयारी भी कराई जाती है, विशेष तौर पर पुलिस सेवा में आने की इच्छुक युवा प्रतिभाओं के लिए यह संस्थान एक मजबूत प्लेटफॉर्म बन चुका है.
डीएसपी विकास चंद्र श्रीवास्तव का मानना है कि अगर युवाओं को सही मार्गदर्शन और समय पर सही दिशा मिले, तो वे किसी भी परीक्षा को पार कर सकते हैं, उन्होंने कहा कि “मेरे लिए सबसे बड़ी खुशी तब होती है जब मेरे छात्र समाज के लिए जिम्मेदार अफसर बनते हैं, उनकी सफलता ही मेरी तपस्या का फल है.”
इस संस्थान ने केवल परीक्षा पास कराने का सपना नहीं दिखाया, बल्कि सेवा भावना, नेतृत्व और निष्ठा के गुण भी छात्रों में विकसित किए, इस बार की जेपीएससी परीक्षा में मिले अभूतपूर्व परिणाम ने एक बार फिर से डीएसपी की पाठशाला को राज्य का सबसे भरोसेमंद प्लेटफॉर्म साबित कर दिया है.
झारखंड की नई पीढ़ी के लिए विकास चंद्र श्रीवास्तव और उनकी टीम प्रेरणास्त्रोत बन चुके हैं, और उनका सपना है— हर प्रखंड से एक पुलिस और प्रशासनिक पदाधिकारी जो इसी पाठशाला से निकले हैं.
सुजीत सिन्हा, 'समृद्ध झारखंड' की संपादकीय टीम के एक महत्वपूर्ण सदस्य हैं, जहाँ वे "सीनियर टेक्निकल एडिटर" और "न्यूज़ सब-एडिटर" के रूप में कार्यरत हैं। सुजीत झारखण्ड के गिरिडीह के रहने वालें हैं।
'समृद्ध झारखंड' के लिए वे मुख्य रूप से राजनीतिक और वैज्ञानिक हलचलों पर अपनी पैनी नजर रखते हैं और इन विषयों पर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करते हैं।
