अटल क्लीनिक के नाम परिवर्तन पर भाजपा नहीं बैठेगी चुप, सदन से सड़क तक होगा आंदोलन
अटल जनता के दिलों में अमर, राज्य सरकार के मिटाने से नहीं मिटने वाले
अमर कुमार बाउरी ने कहा मदर टेरेसा क्लीनिक के नाम पर हेमंत सरकार द्वारा धर्मांतरण बढ़ाने की तैयारी हो रही है यदि मुख्यमंत्री नाम परिवर्तन से सहमत तो स्वयं घोषणा करें
रांची: झारखंड भाजपा के वरिष्ठ नेता,पूर्व नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी आज प्रदेश कार्यालय में प्रेसवार्ता को संबोधित कर रहे थे जिसमें उन्होंने राज्य सरकार पर बड़ा हमला बोला. उन्होंने कहा कि राज्य के झुग्गी झोपड़ी, बस्तियों में राज्य सरकार द्वारा चलने वाले अटल क्लीनिक का नाम बदलकर मदर टेरेसा क्लीनिक करना एक बड़ी साजिश है. आगे कहा कि मदर टेरेसा का भारतीय जनता पार्टी सदा सम्मान करती है. उनकी सेवा भावना और गरीबों, कुष्ठ रोगियों केलिए की गई सेवा को भुलाया नहीं जा सकता. भारत सरकार ने उन्हें कई बड़े अलंकरणों से सम्मानित भी किया है.

उन्होंने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी जी ने झारखंड की जनभावनाओं का सम्मान करते हुए अलग झारखंड राज्य का सपना भगवान बिरसा मुंडा की जयंती 15 नवंबर 2000 को साकार किया. जबकि आज राज्य के सत्ताधारी दल कांग्रेस राजद झामुमो आंदोलन को बेचने खरीदने में लगे थे. दिखावा केलिए ऑटोनोमस कॉन्सिल पर ही सहमत हो गए थे जबकि नियत साफ रहती तो वर्ष 2000 से पहले ही अलग राज्य का गठन करा सकते थे. झामुमो कांग्रेस राजद की नियत कभी साफ नहीं रही. अलग झारखंड राज्य का नक्शा भी भाजपा के वनांचल राज्य का नक्शा है जो अटल जी की देन है.
उन्होंने कहा अटल जी झारखंड के कण कण में बसे हैं और तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास जी ने अटल जी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए अटल मोहल्ला क्लीनिक की स्थापना की थी. जिसे हेमंत सरकार ने बदल कर मदर टेरेसा क्लीनिक करने का निर्णय लिया है. हेमंत सरकार को बताना चाहिए कि मदर टेरेसा का झारखंड में क्या योगदान है. विश्वविद्यालय के नाम परिवर्तन में झारखंड से बाहर का उदाहरण देने वाली सरकार को मदर टेरेसा कैसे झारखंड की दिखने लगी. यह नाम परिवर्तन स्वास्थ्य सेवा को ठीक करने केलिए नहीं बल्कि स्वास्थ्य की आड़ में धर्मांतरण को बढ़ावा देने केलिए सरकारी संरक्षण है.
उन्होंने कहा कि यह आशंका है कि आनेवाले दिनों में हेमंत सरकार मदर टेरेसा क्लीनिक को स्वंयसेवी संस्थाओं के माध्यम से चलाने का निर्णय करेगी जिसमें धर्मांतरण कराने वाली संस्थाएं शामिल होंगी. मुख्यमंत्री सरकार के मुखिया हैं और यदि राज्य सरकार का यह निर्णय उचित है तो वे सार्वजनिक तौर पर मीडिया के माध्यम से नाम परिवर्तन पर अपनी सहमति व्यक्त करें. भाजपा इस साजिश को कामयाब नहीं होने देगी, एक सशक्त विपक्ष के नाते पार्टी सदन से सड़क तक कड़ा विरोध करेगी.
प्रेसवार्ता में मीडिया प्रभारी शिवपूजन पाठक, प्रवक्ता अविनेश कुमार सिंह उपस्थित थे.
सुजीत सिन्हा, 'समृद्ध झारखंड' की संपादकीय टीम के एक महत्वपूर्ण सदस्य हैं, जहाँ वे "सीनियर टेक्निकल एडिटर" और "न्यूज़ सब-एडिटर" के रूप में कार्यरत हैं। सुजीत झारखण्ड के गिरिडीह के रहने वालें हैं।
'समृद्ध झारखंड' के लिए वे मुख्य रूप से राजनीतिक और वैज्ञानिक हलचलों पर अपनी पैनी नजर रखते हैं और इन विषयों पर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करते हैं।
