कोडरमा में उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब, भजनों, झूलों और 56 भोग से सजा भव्य दरबार
श्री राणी सती दादी का तीज सिंधारा उत्सव श्रद्धा और भक्ति से सराबोर
कार्यक्रम की शुरुआत पंडितों द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार के साथ दादी जी की विशेष पूजा-अर्चना से हुई, जिसने पूरे वातावरण को आध्यात्मिक ऊर्जा से भर दिया. पूजन के बाद आयोजित भजन संध्या ने भक्तों को झूमने पर मजबूर कर दिया.
कोडरमा: हरियाली तीज के पावन अवसर पर नगर के महाराणा प्रताप चौक स्थित श्री राणी सती मंदिर में तीज सिंधारा उत्सव बड़े ही श्रद्धा, भक्ति और सांस्कृतिक उल्लास के साथ मां की लाड़ली के द्धारा मनाया गया. कार्यक्रम की भव्यता और भक्तिमय वातावरण ने उपस्थित श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक आनंद से सराबोर कर दिया.

वैदिक मंत्रोच्चार के साथ हुई शुरुआत
कार्यक्रम की शुरुआत पंडितों द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार के बीच दादी जी की विशेष पूजा-अर्चना से की गई. वातावरण भक्तिमय और आध्यात्मिक ऊर्जा से परिपूर्ण हो गया.
भजन संध्या में झूमे श्रद्धालु
पूजन के उपरांत आयोजित भजन संध्या ने भक्तों को झूमने पर मजबूर कर दिया. सुप्रसिद्ध भजन गायक नवीन पांड्या, ममता चौधरी और आराध्या सिन्हा की भजन प्रस्तुति –
"दादी जी आओ थारा लाड लड़ाऊंगी", "दादी जी का चलो जी सिधारा करस्यां", "सावन की बरसे बदरिया..." ने समां बांध दिया. भजनों की भावनात्मक धुनों पर महिलाएं और युवतियां झूमती रहीं.
महिलाओं ने मनाया सौभाग्य पर्व
हरियाली तीज के इस विशेष पर्व को सौभाग्य का प्रतीक मानते हुए महिलाओं ने श्रद्धा से सान्या मोदी को राणी सती दादी के स्वरूप में झूला झुलाया. इस दौरान महिलाएं पारंपरिक पोशाकों में सज-धजकर पहुंची थीं.जिससे आयोजन में सांस्कृतिक रंग घुल गया.
56 भोग व महाआरती का आयोजन
दादी जी को 56 भोग समर्पित किए गए, जिसके बाद सामूहिक आरती में उपस्थित सभी श्रद्धालुओं ने भाग लिया. आरती उपरांत प्रसाद वितरण का आयोजन हुआ.
सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने बांधा समां
इस अवसर पर खुशबू केडिया द्वारा प्रस्तुत नृत्य ने उपस्थितों को मंत्रमुग्ध कर दिया. इसके अतिरिक्त महिलाओं और बच्चों के लिए विभिन्न प्रतियोगिताएं भी आयोजित की गईं, जिससे आयोजन और अधिक रोचक बन गया.
महिलाओं की रही विशेष भागीदारी
इस भव्य आयोजन में अंजुला खाटुवाला, सुमन सर्राफ, शालु चौधरी, आशा दारूका, मीना हिसारिया, सरिता मोदी, अनीता चौधरी, अंजना केडिया, नीलम पिलानिया, सारिका केडिया, अंजु लड्ढा, नीना सुखानी, लता बसंत, कविता माहेश्वरी, सुधा पचीसिया, रेखा कंदोई, स्वाति अग्रवाल, शैलजा केडिया, सरिका लड्ढा, मीरा खाटुवाला, मधु केडिया, संतोष चौधरी, स्वेता गुटगुटिया, उमा बजाज, कृतिका मोदी सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु महिलाएं उपस्थित रहीं.
आयोजन को सफल बनाने में विशेष योगदान
पूरे कार्यक्रम की रूपरेखा को सफलतापूर्वक कार्यान्वित करने में परियोजना निर्देशिका नीतू बगड़िया एवं रिचा खाटुवाल का विशेष योगदान रहा. आयोजन को लेकर मंदिर परिसर में आस्था, भक्ति और उत्साह का अनुपम संगम देखने को मिला.
