Hazaribagh News: दिल्ली में एनटीपीसी अध्यक्ष से मिले सांसद मनीष जायसवाल, विस्थापितों के मुद्दे को उठाया
सीसीएल के तर्ज़ पर विस्थापितों को दें स्थायी रोजगार, प्रति एकड़ मुआवजा की राशि 20 लाख से 40 लाख रुपए करें, कट-ऑफ तिथि को समाप्त करें और प्रभावी आजीविका नीति बनाएं साथ ही पर्यावरण संतुलन पर ध्यान करें फोकस: मनीष जायसवाल
सांसद मनीष जायसवाल ने एनटीपीसी के अध्यक्ष गुरदीप सिंह के समक्ष विस्थापितों की मांगों को रखते हुए कहा कि रोजगार में समानता हो। उन्होंने कहा कि जहाँ सीसीएल प्रभावित परिवारों को रोजगार देता है, वहीं एनटीपीसी में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है।
हजारीबाग: लोकसभा क्षेत्र के सांसद मनीष जायसवाल ने मंगलवार को नई दिल्ली में एनटीपीसी के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक गुरदीप सिंह से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने हजारीबाग क्षेत्र में चल रही परियोजनाओं से प्रभावित गाँवों की समस्याओं पर विस्तार से चर्चा की और उनके तत्काल समाधान के लिए सकारात्मक कदम उठाने की मांग की।

सांसद मनीष जायसवाल ने एनटीपीसी के अध्यक्ष गुरदीप सिंह के समक्ष विस्थापितों की मांगों को रखते हुए कहा कि रोजगार में समानता हो। उन्होंने कहा कि जहाँ सीसीएल प्रभावित परिवारों को रोजगार देता है, वहीं एनटीपीसी में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है। उन्होंने सीसीएल की तर्ज पर एनटीपीसी में भी विस्थापितों को स्थायी रोजगार देने की मांग की। न्यायसंगत मुआवज़ा मिलें। सांसद मनीष जायसवाल ने कहा कि वर्षों पुरानी दरों पर दिए जा रहे मुआवज़े को आज के बाज़ार मूल्य के अनुसार बढ़ाया जाए। उन्होंने प्रति एकड़ 20 लाख की राशि को बढ़ाकर 40 लाख करने की अपील की। कट-ऑफ तिथि समाप्त किया जाय। उन्होंने 2016 की कट-ऑफ तिथि को समाप्त करने की मांग की, ताकि सभी पात्र विस्थापित परिवारों को पुनर्वास योजना का लाभ मिल सके। आजीविका और पर्यावरण संतुलन बेहद जरूरी है। सांसद मनीष जायसवाल ने जोर दिया कि पुनर्वास नीतियों को और अधिक प्रभावी बनाया जाए, ताकि विस्थापितों की आजीविका सुरक्षित रहे और पर्यावरण का संतुलन भी बना रहे।
समृद्ध डेस्क (Samridh Desk), समृद्ध झारखंड का आधिकारिक संपादकीय विभाग है — जो निष्पक्ष, पारदर्शी और सामाजिक जागरूक पत्रकारिता के लिए समर्पित है। हम अनुभवी संपादकों, रिपोर्टरों, डिजिटल संवाददाताओं और कंटेंट राइटर्स की टीम हैं, जो सत्य और जिम्मेदारी की भावना से समाज के मुद्दों को सामने लाने का कार्य करती है।
समृद्ध डेस्क के नाम से प्रकाशित हर लेख हमारी निष्ठा, ईमानदारी और सामाजिक उत्तरदायित्व का प्रतीक है।
हम हर खबर को तथ्यों, निष्पक्षता और जनहित के दृष्टिकोण से प्रस्तुत करते हैं — ताकि पाठकों को केवल सूचना नहीं, बल्कि सच्चाई का पूरा चित्र मिले।
