Hazaribagh News : इचाक के आलू की देशभर में बढ़ी डिमांड, दूर-दूर से आते हैं व्यापारी
मौसम की मार के बावजूद किसानों को 100 करोड़ से अधिक व्यापार की उम्मीद
हजारीबाग के इचाक प्रखंड के आलू की पूरे देश में भारी मांग है। किसान इस वर्ष भी बड़े मुनाफे की उम्मीद कर रहे हैं और कई राज्यों से व्यापारी खरीदारी करने पहुंच रहे हैं।
हजारीबाग: जिले का इचाक प्रखंड कृषि प्रधान क्षेत्र माना जाता है। यह इलाका आलू की खेती के लिए लंबे समय से मशहूर है। पिछले वर्ष लगभग 200 करोड़ रुपये का आलू व्यापार यहां से हुआ था। इस बार मौसम ने कुछ साथ नहीं दिया है, फिर भी किसान 100 करोड़ रुपये से अधिक व्यापार की संभावना जता रहे हैं।
आलू ऐसी सब्जी है जिसकी मांग पूरे साल बनी रहती है, क्योंकि इसे लगभग हर सब्जी में उपयोग किया जाता है। यही कारण है कि इसकी खपत कभी कम नहीं होती।
दूसरे राज्यों से बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं व्यापारी

5 हजार एकड़ में की गई आलू की खेती
किसानों के अनुसार इचाक प्रखंड में 98 रेवेन्यू विलेज हैं और हर गांव में लगभग 100 एकड़ से अधिक क्षेत्र में आलू की खेती होती है। इस बार अनुमान है कि कुल 5000 एकड़ से अधिक जमीन पर आलू की खेती हुई है। हालांकि मौसम की मार से फसल कुछ प्रभावित हुई, फिर भी किसानों की मेहनत का असर खेतों में दिखाई दे रहा है। दिनभर खेतों में कटाई चल रही है और बोरे भरकर आलू घरों व गोदामों तक पहुंचाए जा रहे हैं।
दिनभर व्यापारियों की आवाजाही, फोन पर भी हो रही खरीदारी
इचाक क्षेत्र में आलू व्यापार इतना सक्रिय है कि दिनभर खरीदारों का आना-जाना लगा रहता है। कई व्यापारी खेतों में पहुंचकर खरीद करते हैं, जबकि कुछ फोन पर ही सौदा पक्का कर लेते हैं। इसी कारण इचाक को आलू का मिनी कटोरा’ कहा जाता है, क्योंकि यहां से हर वर्ष बड़े पैमाने पर आलू की आपूर्ति देशभर के बाजारों में की जाती है।
खास स्वाद के कारण सालभर रहती है भारी मांग
इचाक के आलू का स्वाद और गुणवत्ता इसे अन्य क्षेत्रों से अलग बनाते हैं। खरीदार अक्सर मनचाही कीमत देकर भी इस आलू को खरीदना पसंद करते हैं। इसी खासियत के कारण यहां का आलू पूरे देश में बिकता है और इसकी मांग सालभर बनी रहती है। किसानों का कहना है कि जब तक इचाक के आलू का स्वाद लोगों को पसंद आता रहेगा, उनकी मेहनत इसी तरह रंग लाती रहेगी।
Susmita Rani is a journalist and content writer associated with Samridh Jharkhand. She regularly writes and reports on grassroots news from Jharkhand, covering social issues, agriculture, administration, public concerns, and daily horoscopes. Her writing focuses on factual accuracy, clarity, and public interest.
