गिरिडीह में चौंकाने वाला खुलासा: पति के जीवित रहते महिलाएं ले रही हैं विधवा पेंशन
मोतीलेदा पंचायत में सामने आया पेंशन घोटाला, मृतकों को भी मिल रहा है लाभ
बेंगाबाद प्रखंड की मोतीलेदा पंचायत में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां कई महिलाएं अपने पति के जीवित रहते हुए भी विधवा पेंशन का लाभ उठा रही हैं इस मामले में प्रशासन की प्रतिक्रिया में पंचायत सचिव सीमा कुमारी ने बताया कि उन्होंने दिवंगत और जीवित लाभार्थियों की रिपोर्ट कंप्यूटर ऑपरेटर को सौंपी थी
गिरिडीह: बेंगाबाद प्रखंड की मोतीलेदा पंचायत में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां कई महिलाएं अपने पति के जीवित रहते हुए भी विधवा पेंशन का लाभ उठा रही हैं। इसके अलावा, सामाजिक अंकेक्षण (social audit) में यह भी पता चला है कि कई मृत लोगों को अभी भी पेंशन मिल रही है, और कुछ लोगों ने अपनी उम्र गलत बताकर समय से पहले ही वृद्धा पेंशन लेना शुरू कर दिया है।
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मृत लोगों को भी पेंशन: प्रसादी महतो, पुरन महतो, शनिचर महतो सहित 15 से अधिक ऐसे लोग हैं, जिनकी मृत्यु हो चुकी है, लेकिन उनके नाम पर अभी भी वृधा पेंशन का भुगतान हो रहा है।
कम उम्र में वृद्धा पेंशन: कुछ लोगों ने अपनी उम्र गलत दिखाकर कम उम्र में ही वृद्धा पेंशन लेना शुरू कर दिया। जैसे, शनिचर महतो ने 57 साल की उम्र में 2015 से, और बद्री तुरी ने 56 साल की उम्र में 2018 से पेंशन लेना शुरू कर दिया था।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
यह पूरा मामला पिछले महीने पायलट प्रोजेक्ट के तहत हुए सामाजिक अंकेक्षण के दौरान सामने आया। पंचायत सचिव सीमा कुमारी ने बताया कि उन्होंने दिवंगत और जीवित लाभार्थियों की रिपोर्ट कंप्यूटर ऑपरेटर को सौंपी थी। वहीं, बेंगाबाद के बीडीओ सुनील मुर्मू ने इस बात से अनभिज्ञता जताई कि मृतकों और जीवित महिलाओं को पेंशन मिल रही है। उन्होंने कहा कि मामले की जांच कराई जाएगी।
इस घटना ने पंचायत स्तरीय कर्मचारियों की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं, क्योंकि पेंशन लाभार्थियों का सत्यापन समय-समय पर उन्हीं के द्वारा किया जाता है। सूत्रों के मुताबिक, एक गिरोह मृतकों के नाम पर गलत एंट्री करके पैसों की निकासी कर रहा है। जानकारों का मानना है कि यदि पूरे जिले में इसकी गहन जांच की जाए, तो ऐसे कई और मामले सामने आ सकते हैं।
सुजीत सिन्हा, 'समृद्ध झारखंड' की संपादकीय टीम के एक महत्वपूर्ण सदस्य हैं, जहाँ वे "सीनियर टेक्निकल एडिटर" और "न्यूज़ सब-एडिटर" के रूप में कार्यरत हैं। सुजीत झारखण्ड के गिरिडीह के रहने वालें हैं।
'समृद्ध झारखंड' के लिए वे मुख्य रूप से राजनीतिक और वैज्ञानिक हलचलों पर अपनी पैनी नजर रखते हैं और इन विषयों पर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करते हैं।
