ड्रॉ की भीख मांगते स्टोक्स को वरुण ग्रोवर ने धो डाला, जडेजा-सुंदर की बल्लेबाज़ी पर सवाल क्यों?
जब मैदान में हार नहीं पचा पाए स्टोक्स, तब शब्दों से खेलने लगे, वरुण ग्रोवर की सीधी चुटकी
बॉलीवुड गीतकार एवं लेखक वरुण ग्रोवर ने सोशल मीडिया पोस्ट में बेन स्टोक्स को ‘घमंडी रोतलू’ करार दिया — इंडिया इंग्लैंड चौथा टेस्ट ड्रॉ पर तीखा वार
Ind vs Eng: इंडिया बनाम इंग्लैंड चौथे टेस्ट मैच ड्रॉ निकल गया, लेकिन सबसे विवादित मोड़ तब आया जब इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने ड्रॉ के लिए हाथ मिलाने की पेशकश की जिसे टीम इंडिया के दो बल्लेबाजों, रविंद्र जडेजा और वॉशिंगटन सुंदर ने स्वीकार नहीं किया, क्योंकि वे शतक के करीब थे।

वरुण ग्रोवर ने 'एक्स' (X, पूर्व ट्विटर) पर लिखा:
https://twitter.com/varungrover/status/1949528143251079530
“ये घमंडी रोतलू जो हर बार आउट होते ही ऐसी शक्ल बनाता है मानो बॉलर का कोई स्किल ही नहीं था... आज ड्रॉ की भीख मांग रहा था... जब वह नहीं मिली तो मक्कारी पर उतर आया और हमारे दो लड़ाकू बल्लेबाजों को अपमानित करने लगा। ड्रॉ का इतना चस्का था तो आज सुबह मैदान में न उतरे होते। उन्नीसवीं सदी से आगे बढ़ो, अंग्रेजों।”
वरुण की यह प्रतिक्रिया केवल व्यक्तिगत हमले से परे जाती है— यह इंग्लिश टीम के ड्रॉ लेने के तरीका और खेल से जुड़ा भावनात्मक असंतोष दर्शाती है। उन्होंने स्टोक्स की विनम्रता को दिखावा बताया और भारत की बल्लेबाजों का अपमान मानते हुए इसे अशोभनीय कर्म कहा।
मैच का संक्षिप्त परिप्रेक्ष्य:
भारत ने पहली पारी में 311 रनों की बढ़त लेने के बाद दूसरी पारी में चार विकेट पर 425 रन बनाकर मैच ड्रॉ कराया। जडेजा (नाबाद 107) और सुंदर (नाबाद 101) ने मैच बचाया जबकि कप्तान शुभमन गिल ने 90 रनों की शानदार पारी खेली। इसी विजय के भाव में ग्रोवर की तीखी प्रतिक्रिया आई।
वरुण ग्रोवर की राय के मुख्य बिंदु:
• बेन स्टोक्स का व्यवहार स्वाभिमानहीन और नाटकीय था।
• उनका ड्रॉ ऑफर भारतीय टीम की मेहनत की अवहेलना जैसा था।
• जडेजा और सुंदर की बल्लेबाज़ी को कम आंका जाना अनुचित था।
भारत की टीम के आत्मविश्वास की झलक:
कप्तान शुभमन गिल ने मैच के बाद कहा कि टीम ने शुरुआती झटकों के बावजूद संयम और धैर्य के साथ खेला, और विशेष रूप से जडेजा और सुंदर जैसी बल्लेबाज़ों को शतक का मौका देकर विजयी नजरिए से खेला। उनका मानना था कि भारतीय बल्लेबाज़ों ने परिस्थिति की मांग के अनुरूप शानदार प्रदर्शन किया।
वरुण ग्रोवर की शैली:
वरुण ग्रोवर अपनी तेज तर्रार भाषा और सोशल मीडिया पर स्पष्ट रखने के लिए जाने जाते हैं। इस बार उन्होंने सिर्फ एक खिलाड़ी पर टिप्पणी नहीं की, बल्कि पूरे क्रिकेट अहंकार और खेल सत्ता के नजरिये पर सवाल उठाया।
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