#BhashaMukherjee भारतीय मूल की यह मिस इंग्लैंड कोरोना संकट को लेकर मरीजों के इलाज के लिए लौटीं अस्पताल


लंदन : कोरोना संकट के दौरान मिस इंग्लैंड भाषा मुखर्जी ने तय किया है कि वे अब फिर एक बार फिर डाॅक्टर का काम करेंगी और मरीजों का इलाज करेंगी. 24 साल की भाषा मुखर्जी ब्रिटेन की नागरिक हैं और भारतीय मूल की हैं. उनका जन्म कोलकाता में हुआ और बाद में उनका परिवार ब्रिटेन में जाकर बस गया. भाषा मुखर्जी श्वांस रोग की डाॅक्टर हैं और पहले वह ब्रिटेन के एक अस्पताल में लोगों का इलाज करती रही हैं. पर, ब्यूटी कांटेस्ट में जाने व विजयी होने के बाद वे दुनिया भर में उसके प्रोजेक्ट के तहत मानव कल्याण के अन्य कार्याें में सक्रिय थीं.
लेकिन, अब जब कोरोना संकट आया है तो उन्होंने अपना मिस ब्रिटेन का ताज उतारने का फैसला लिया और ऐलान किया कि इस समय एक डाॅक्टर के रूप में उनकी अधिक जरूरत है और वे पेसेंट का इलाज करेंगी. उनके इस काम की खूब तारीफ हो रही है. उन्होंने इस साल के अगस्त तक मिस इंग्लैड से इस साल के अगस्त तक ब्रेक लिया है.
भाषा मुखर्जी इंग्लैंड के बोस्टन की पिलिग्रीम अस्पताल की डाॅक्टर रही हैं. वे अब यहां अपने घर लौट गयी हैं. भाषा ने एक इंटरव्यू में कहा कि मुझे अभी कई देशों की यात्रा करनी थी लेकिन कोरोना वायरस के कारण मुझे अपनी यात्रा बीच में ही छोड़नी पड़ी. उन्होंने कहा कि उन्हें पता है कि अस्पताल ही उनके लिए इस वक्त अस्पताल ही सबसे अच्छी जगह है.