मनुस्मृति को मानने वाले कर रहे बाबा साहेब का अपमान: विनोद कुमार पांडेय
भाजपा-आरएसएस आरंभ से कर रही आरक्षण को समाप्त करने की साजिश
संसद में संविधान निर्माता बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर का अपमान कर उन्होंने अपनी सोच को प्रदर्शित किया है एवं अमित शाह अपने दल भाजपा और आरएसएस की उसी वैचारिक भावना को आगे बढ़ा रहे हैं, जो समाज में नफरत फैलाने में माहिर है
रांची: झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव सह प्रवक्ता विनोद कुमार पांडेय ने केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह जी की उस बयान की निंदा की है, जिसमें उन्हंने संविधान निर्माता बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर का अपमान किया था. उन्होंने कहा कि संसद में संविधान निर्माता बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर का अपमान कर उन्होंने अपनी सोच को प्रदर्शित किया है एवं अमित शाह अपने दल भाजपा और आरएसएस की उसी वैचारिक भावना को आगे बढ़ा रहे हैं, जो समाज में नफरत फैलाने में माहिर है. संविधान निर्माता ने देश के वंचित वर्ग का जीवन स्तर बेहतर करने में अमूल्य योगदान दिया, लेकिन संविधान की जगह मनुस्मृति लागू करने की बातें करने वाली भाजपा-आरएसएस ने उनके प्रति हमेशा अपनी नफरत का प्रदर्शन किया है.
विनोद कुमार पांडेय ने आगे कहा कि कभी आरक्षण को समाप्त करने तो कभी आरक्षण की समीक्षा करने की बातें भाजपा-आरएसएस की ओर से इसी उद्देश्य के तहत उठाई जाती है. यही कारण है कि संविधान निर्माता के संदर्भ में लोकसभा में अमित शाह जी ने अपमानजनक टिप्पणी की. उन्होंने कहा कि भारत के संविधान को मानने की बजाय इनकी निष्ठा मनुस्मृति के प्रति है, ये समाज को पीछे धकेलना चाहते हैं. यही वजह है कि संविधान की बातें होने से ही भाजपा का पूरा नेतृत्व वर्ग तिलमिला जाता है.
उन्होंने कहा कि संविधान के प्रति अगर इनकी निष्ठा और आस्था होती तो ये बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर के बारे में अपमानजनक बातें करने की नहीं सोचते, भाजपा की इसी सोच के कारण झारखंड की जनता ने इन्हें पूरी तरह ठुकरा दिया है, यहां चुनाव के दौरान आकर अमित शाह समेत अन्य प्रमुख भाजपा नेताओं ने समाज को बांटकर वैमनस्यता फैलाने की कोशिश की. उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में देश से इनका सफाया हो जाएगा.