सूर्या हांसदा एनकाउंटर मामला: भाजपा की सात सदस्यीय टीम गोड्डा पहुंची
परिजनों से मुलाकात कर भाजपा नेताओं ने लिया घटनाक्रम का ब्यौरा
भाजपा की सात सदस्यीय जांच समिति ने सूर्या हांसदा एनकाउंटर मामले में परिजनों से मुलाकात की और सरकार-पुलिस पर साजिश का आरोप लगाया। भाजपा ने हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज की अध्यक्षता में जांच और दोबारा पोस्टमार्टम कराने की मांग की।
रांची: भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवम नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी के निर्देशानुसार प्रदेश भाजपा द्वारा सूर्या हांसदा एनकाउंटर मामले की जांच हेतु गठित सात सदस्यीय समिति ने आज गोड्डा का दौरा किया. जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा, पूर्व नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी, प्रदेश उपाध्यक्ष भानु प्रताप शाही, पूर्व मंत्री रणधीर सिंह, पूर्व सांसद सुनील सोरेन, पूर्व विधायक अमित मंडल और अनिता सोरेन उपस्थित रहे. इस अवसर पर भाजपा नेता लॉबिन हेंब्रम भी साथ थे.

अर्जुन मुंडा ने कहा कि स्व सूर्या हांसदा का परिवार ललमटिया क्षेत्र के पारंपरिक मांझी परिवार से आते थे. यह परिवार परंपरागत स्वशासन व्यवस्था का प्रधान है. अब उनकी माता इस दायित्व को निभा रही.
उन्होंने कहा कि इस नाते इस परिवार के द्वारा सामाजिक सांस्कृतिक दायित्वों का निर्वहन किया जाता है. स्व सूर्या हांसदा यहां के विस्थापितों की समस्याओं सहित कई सामाजिक मुद्दों को लगातार उठाते रहे थे. जिसके कारण उनके ऊपर कई मुकदमे दर्ज हुए. उनको 14 मुकदमों में बरी किया गया था. लेकिन इनके खिलाफ साजिश करने वाले रुके नहीं. कई घटनाओं में इनका नाम जानबूझकर साजिश के तहत जोड़ा जाता रहा है.
विगत 27 मई को जो स्व सूर्या हांसदा और मुकदमा दर्ज हुआ वह पूरी तरह झूठा था. वे उस दिन अपने बच्चे का जन्मदिन परिवार के साथ मना रहे थे. लेकिन फर्जी केस दर्ज कर पुलिस उनको ढूंढने लगी और बिना कोर्ट वारंट के गिरफ्तार करते हुए साजिश के तहत उन्हें मार दिया गया. पुलिस का बयान और आम जनता के विचार में पूरी तरह विरोधाभास है. पुलिस जिसे अपराधी बता रही उनका चरित्र समाज सेवा का रहा है. वे एक विद्यालय का सफल संचालन करते थे जिसमें लगभग 350 बच्चे पढ़ते थे. शिक्षा के माध्यम से समाज की सेवा करने वाले को राज्य पुलिस साजिश के तहत अपराधी बता रही. आखिर पढ़ाता वही है जो समाज का भविष्य गढ़ना चाहता है.
स्व सूर्या हांसदा राजनीतिक कार्यकर्ता भी थे और लोकतांत्रिक तरीके से उन्होंने चुनाव भी लड़े थे. सूर्या हांसदा एनकाउंटर मामला एक साजिश के तहत हत्या है. और यह राज्य का सवाल है. मुंडा ने कहा कि सरकार के इशारे पर पोस्टमार्टम में भी गड़बड़ी की गई है. पूछने पर स्थानीय लोगों ने स्पष्ट कहा कि प्रशासन लीपापोती करने में जुट गया है.
अर्जुन मुंडा ने राज्य सरकार से मांग किया कि जनता और स्व सूर्या हांसदा के परिवार को राज्य सरकार की जांच पर भरोसा नहीं है. इसलिए राज्य सरकार पहले दोबारा पोस्टमार्टम कराकर रिपोर्ट तैयार करे और फिर हाइकोर्ट के रिटायर्ड जज की अध्यक्षता में जांच समिति बनाकर घटना की निष्पक्ष जांच कराना सुनिश्चित करे. मुंडा ने स्व सूर्या हांसदा के परिजनों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की भी मांग की. यदि राज्य सरकार खुद को आदिवासी समाज की हितैषी मानती है,पारंपरिक व्यवस्था की हिमायती मानती है तो फिर स्पष्टीकरण दे. अगर राज्य सरकार इसपर पुनर्विचार नहीं करती है तो भाजपा आने वाले दिनों में न्याय दिलाने केलिए बड़ा आंदोलन करने को बाध्य होगी.
Mohit Sinha is a writer associated with Samridh Jharkhand. He regularly covers sports, crime, and social issues, with a focus on player statements, local incidents, and public interest stories. His writing reflects clarity, accuracy, and responsible journalism.
