महिला आयोग पर चुप्पी और अब घड़ियाली आँसू: राफिया नाज़ ने कांग्रेस को घेरा
सत्ता में रहते हुए भी महिला आयोग गठन में विफल कांग्रेस: राफिया नाज़
झारखंड में महिला आयोग के गठन को लेकर कांग्रेस पर प्रदेश प्रवक्ता राफिया नाज़ ने तीखा हमला बोला है. उन्होंने कहा कि सत्ता में भागीदार होने के बावजूद कांग्रेस महिला आयोग का गठन नहीं कर सकी और अब महिला अध्यक्ष द्वारा राज्यपाल से मांग करना महज़ घड़ियाली आँसू बहाने जैसा है.
रांची: झारखंड प्रदेश कांग्रेस की महिला अध्यक्ष द्वारा राज्यपाल से जाकर महिला आयोग के गठन की मांग करना पूरी तरह से घड़ियाली आँसू बहाने जैसा है. यह आश्चर्यजनक है कि राज्य में कांग्रेस खुद सत्ता में भागीदार है – झारखंड मुक्ति मोर्चा, कांग्रेस और इंडिया एलायंस की सरकार चल रही है – इसके बावजूद महिला आयोग जैसे महत्वपूर्ण संवैधानिक निकाय का गठन अब तक नहीं किया गया है.

राफिया नाज़ ने कहा कि कांग्रेस को यह स्पष्ट करना चाहिए कि सत्ता में रहते हुए महिला आयोग के गठन में देरी क्यों हो रही है. क्या यह सिर्फ एक दिखावा है या फिर महिलाओं के मुद्दों पर पार्टी की कोई वास्तविक प्रतिबद्धता नहीं है?
उन्होंने सवाल उठाया कि जब कांग्रेस की महिला अध्यक्ष को ही अपनी सरकार से उम्मीद नहीं है और उन्हें राज्यपाल के पास गुहार लगानी पड़ रही है, तो आम महिलाओं की आवाज कौन सुनेगा?
राफिया नाज़ ने मांग की कि झारखंड सरकार तत्काल प्रभाव से महिला आयोग का गठन करे और महिलाओं से जुड़े सभी मामलों में संवेदनशीलता दिखाते हुए ठोस कदम उठाए. सिर्फ दिखावे की राजनीति से महिलाओं को न्याय नहीं मिलेगा.
सुजीत सिन्हा, 'समृद्ध झारखंड' की संपादकीय टीम के एक महत्वपूर्ण सदस्य हैं, जहाँ वे "सीनियर टेक्निकल एडिटर" और "न्यूज़ सब-एडिटर" के रूप में कार्यरत हैं। सुजीत झारखण्ड के गिरिडीह के रहने वालें हैं।
'समृद्ध झारखंड' के लिए वे मुख्य रूप से राजनीतिक और वैज्ञानिक हलचलों पर अपनी पैनी नजर रखते हैं और इन विषयों पर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करते हैं।
