RIMS निदेशक ने संस्थान में हो रहे विकास कार्यों और सुविधाओं की दी जानकारी
भीड़भाड़ के समय में 4 अतिरिक्त काउंटर शुरू करने की योजना
रांची: रिम्स निदेशक प्रो (डॉ) राज कुमार द्वारा आज एक प्रेस कांफ्रेंस आयोजित कर संस्थान में हो रहे विकास कार्यों और सुविधाओं की विस्तार से जानकारी दी. निदेशक ने बताया कि मरीजों को बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने की दिशा में रिम्स निरन्तर कार्यरत है. जानकारियां निम्न हैं.
चरण 1: सेंट्रल लैब: सेवा में सुधार और 24x7 सुविधा

• सेंट्रल लैब की सुविधा मरीज़ों के लिए 24x7 उपलब्ध है.
• 4 ब्लड कलेक्शन काउंटर कार्यशील हैं, जिससे काउंटर पर भीड़ में काफी कमी आई है.
• भीड़भाड़ के समय में 4 अतिरिक्त काउंटर शुरू करने की योजना है.
• रिपोर्ट देने हेतु 2 समर्पित काउंटर भी चालू हैं.
• अधिकांश टेस्ट के रिपोर्ट उसी दिन उपलब्ध कराई जा रही है.
• प्रतिदिन लगभग 560-580 सैंपल लिए जा रहे हैं और करीब 4000 जांचें की जा रही है.
चरण 2: LIS एकीकरण की शुरुआत
• अगले 10 दिनों में लैब इंफॉर्मेशन सिस्टम (LIS) प्रारंभ होगा.
• इसके लिए NIC और LIMS की टीमें मिलकर कार्य कर रही हैं.
• एक बार LIS लागू होने पर भर्ती मरीजों के सैंपल का संग्रहण भी शुरू हो जाएगा.
• LIS के माध्यम से सभी रिपोर्ट एक ही स्थान पर ऑनलाइन उपलब्ध होंगी, जिससे मरीजों और डॉक्टरों को बड़ी सुविधा होगी.
चरण 3: अत्याधुनिक उपकरणों की स्थापना
• भविष्य में high throughput instruments की स्थापना की योजना है, जिसके बाद ब्लड कलेक्शन के 4 घंटे के भीतर रिपोर्ट उपलब्ध कराई जा सकेगी.
डेंटल इंस्टिट्यूट में ओटी एवं आईपीडी सेवा प्रारंभ
• डेंटल इंस्टिट्यूट में ऑपरेशन थियेटर एवं इनडोर सेवाएं प्रारंभ हो चुकी हैं.
• इसमें पुरुषों के लिए 12, महिलाओं के लिए 11 और 3 रिकवरी ICU बेड की व्यवस्था है.
• अब तक 12 मरीज भर्ती हुए हैं, जिनमें से कुछ को छुट्टी दी जा चुकी है.
• अब तक 5 केस लोकल एनेस्थेसिया के अंतर्गत ऑपरेट हो चुके हैं, और जनरल एनेस्थेसिया का पहला केस शनिवार को किया जाना है.
टेंडर प्रक्रिया एवं खरीद
* मैनपावर टेंडर अंतिम चरण में है, कुछ न्यायिक आपत्तियों पर कार्यवाही के बाद इसे अंतिम रूप दिया जाएगा.
* किचन के टेंडर की प्रक्रिया भी अंतिम चरण में है.
* अब तक इस वित्तीय वर्ष में ₹55 करोड़ की खरीद की जा चुकी है और ₹70-80 करोड़ की खरीद प्रक्रियाधीन है.
अन्य प्रशासनिक कार्य
• सीनियर रेजिडेंट की नियुक्तियां की जा रही हैं.
• अस्पताल में आपातकालीन क्षेत्र में भीड़ को कम करने के लिए ऑन्कोलॉजी ब्लॉक में 94 अतिरिक्त बेड्स की व्यवस्था की जा रही है. PWD विभाग द्वारा शीघ्र ही निर्माण कार्य प्रारंभ होगा .
• निर्माणाधीन क्षेत्रीय नेत्र संस्थान (ROI) भवन का हस्तांतरण अगस्त में होने की संभावना है, जिसके बाद इसका उद्घाटन किया जाएगा.
• 140 नर्सों की भर्ती में कुछ आपत्तियों के साथ फाइल रिम्स को वापस प्राप्त हुई है जिसका शीघ्र समाधान कर पुनः प्रस्तुत किया जाएगा.
वहीं MRI सुविधा पर निदेशक ने कहा कि, “रिम्स में MRI सुविधा प्रारंभ करने में अब तक सफलता नहीं मिली है. प्रक्रिया में अभी कुछ और महीने लग सकते हैं. इस बीच, हम 1.5 से 2 किमी की परिधि में स्थित उन MRI सुविधाओं के लिए EOI (Expression of Interest) निकालेंगे, जो हमारे नियम और शर्तों को स्वीकार करते हैं ताकि हम उनके माध्यम से यह सेवा मरीजों को उपलब्ध करा पाएं.“
हेल्थ मैप की सेवाओं के विषय में उन्होंने कहा कि "हेल्थ मैप ने गरीब मरीज़ों की जांच लम्बे समय से बंद कर दी है. उनके बिल में कई त्रुटियां थीं जिसे प्री ऑडिट के लिए वित्त विभाग भेजा गया है जिसके पश्चात ही बकाये बिल का भुगतान किया जायेगा."
रिम्स निदेशक ने स्पष्ट किया कि रिम्स प्रशासन पूरी प्रतिबद्धता के साथ स्वास्थ्य सेवाओं के सुदृढ़ीकरण में कार्यरत है और आने वाले समय में और भी सुधारात्मक कदम उठाए जाएंगे ताकि राज्य की जनता को सुलभ, गुणवत्तापूर्ण और आधुनिक स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान की जा सकें. प्रेस वार्ता में चिकित्सा अधीक्षक प्रो (डॉ) राज कुमार, उपाधीक्षक-1 डॉ अजय कुमार, सूचना एवं जनसम्पर्क पदाधिकारी डॉ राजीव रंजन, जीन एवं जीनोमिक्स विभागाध्यक्ष डॉ अनूपा प्रसाद, प्रशासनिक पदाधिकारी अनूप श्रीवास्तव उपस्थित थें.
सुजीत सिन्हा, 'समृद्ध झारखंड' की संपादकीय टीम के एक महत्वपूर्ण सदस्य हैं, जहाँ वे "सीनियर टेक्निकल एडिटर" और "न्यूज़ सब-एडिटर" के रूप में कार्यरत हैं। सुजीत झारखण्ड के गिरिडीह के रहने वालें हैं।
'समृद्ध झारखंड' के लिए वे मुख्य रूप से राजनीतिक और वैज्ञानिक हलचलों पर अपनी पैनी नजर रखते हैं और इन विषयों पर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करते हैं।
