Ranchi news: डीपीएस में "एड मेलियोरा 2025" का आयोजन, छात्रों ने दिखाई बौद्धिक चमक
डीपीएस रांची में झारखंड का सबसे बड़ा इंटर-स्कूल क्विज़ महोत्सव संपन्न
250 से अधिक प्रतिभागियों ने 18 स्कूलों से भाग लिया, डीपीएस रांची की टीमों ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया
रांची: ज्ञान, चातुर्य और प्रतिस्पर्धा की अद्भुत अभिव्यक्ति के रूप में दिल्ली पब्लिक स्कूल, रांची ने अंतर-विद्यालयीय क्विज़ महोत्सव “एड मेलियोरा 2025: रिवाइंड 20वीं सेंचुरी”का आयोजन किया, जिसने झारखंड राज्य के छात्रों और शिक्षकों को एक मंच पर एकत्र किया. इस कार्यक्रम का आयोजन विवेकानंद सभागार में किया गया. इस अवसर पर मनोज रतन चौथे (आईपीएस), डीआईजी (एसआईबी), स्पेशल ब्रांच, झारखंड तथा अजय छाबड़ा (चार्टर्ड अकाउंटेंट) मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे.

एड मेलियोरा 2025 में चार विभिन्न प्रतियोगिताओं के माध्यम से ज्ञान और कौशल के विभिन्न पहलुओं को उजागर किया गया. 'रिवाइंड 20वीं सेंचुरी' क्विज प्रतियोगिता में प्रतिभागियों ने 1900 के दशक की ऐतिहासिक यात्रा को समझा जिसमे भू-राजनीति, खेल, पॉप संस्कृति, विज्ञान और साहित्य जैसे विषयों से सम्बंधित प्रश्नों को पूछा गया. 'स्कॉलर्स गैम्बल: वेयर यू बिड टू विक्ट्री' ने रणनीति और समय प्रबंधन के महत्त्व को जोड़ते हुए प्रतिभागियों की जोखिम लेने की क्षमता और त्वरित सोच की परीक्षा ली. शब्दों और विश्लेषणात्मक सोच में दक्ष छात्रों के लिए 'एनिग्मा - द क्रिप्टिक क्रॉसवर्ड' प्रतियोगिता में छात्रों ने जटिल सुरागों को सुलझाने की अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया. वहीं, 'लेक्सिकल समिट: द स्पेलिंग बी' प्रतियोगिता ने भाषा पर पकड़, उच्चारण और शब्दावली की परीक्षा लेते हुए प्रतिभागियों की व्यक्तिगत प्रतिभा को प्रदर्शित किया.
'रिवाइंड 20वीं सेंचुरी' क्विज प्रतियोगिता में डीपीएस रांची की टीम ने प्रथम, दूसरा एवं तीसरा स्थान प्राप्त कर ₹7,000 ₹5,000 एवं ₹3,000 का नकद पुरस्कार जीता. 'स्कॉलर्स गैम्बल: वेयर यू बिड टू विक्ट्री' में डीपीएस रांची की टीम ने पहला स्थान एवं दूसरा स्थान प्राप्त किया और ₹5,000 एवं ₹3,000 का नकद पुरस्कार जीता और एस.आर डीएवी पुंदाग ने तीसरा स्थान (₹2,000) प्राप्त किया.
'एनिग्मा - द क्रिप्टिक क्रॉसवर्ड' में डीपीएस रांची की टीम ने प्रथम स्थान (₹3,000), शारदा ग्लोबल की टीम ने द्वितीय स्थान (₹2,000) और एस.आर डीएवी पुंदाग की टीम ने तृतीय स्थान (₹1,000) प्राप्त किया. 'लेक्सिकल समिट: द स्पेलिंग बी' में देबोजीत भट्टाचार्य (विद्यालय: शारदा ग्लोबल स्कूल ) ने प्रथम स्थान प्राप्त कर ₹3,000 जीता, आहान सिन्हा (विद्यालय: जेवीएम श्यामली) ने द्वितीय स्थान और ₹2,000 तथा शैली (विद्यालय: जेवीएम श्यामली) ने तृतीय स्थान प्राप्त कर ₹1,000 की पुरस्कार राशि जीती.
इस प्रतियोगिता में अधिक अंकों के साथ डीपीएस रांची अव्वल स्थान पर रहा मगर बेस्ट स्कूल ट्रॉफी से शारदा ग्लोबल स्कूल को नवाजा गया क्योंकि डीपीएस रांची मेजबान स्कूल होने के नाते चैंपियंस ट्रॉफी पुरस्कार के लिए प्रतिस्पर्धा नहीं कर रहा था.
मुख्य अतिथि मनोज रतन चौथे ने अपने प्रेरणादायक भाषण में कहा, “आज आप सभी जिज्ञासा और विकास की भावना के प्रतीक हैं. क्विज़ केवल तथ्यों का खेल नहीं, बल्कि सोचने की हिम्मत, उत्तर देने का आत्मविश्वास और चुनौतियों को स्वीकार करने की दृढ़ता है. आपने केवल ज्ञान नहीं, बल्कि टीमवर्क और आलोचनात्मक सोच की क्षमता भी दिखाई है — जो भविष्य के नेतृत्वकर्ताओं की पहचान है.”
अजय छाबड़ा ने कहा, “एड मेलियोरा जैसे कार्यक्रम केवल प्रतियोगिता नहीं, बल्कि रूपांतरण का माध्यम होते हैं. ये एक ऐसी पीढ़ी का निर्माण करते हैं जो सही सवाल पूछ सकती है, अराजकता में पैटर्न खोज सकती है और सहयोग को महत्व देती है. सभी प्रतिभागियों को मेरी हार्दिक बधाई और आयोजकों को भी, जिन्होंने इस बौद्धिक उत्सव को इतनी सुंदरता से प्रस्तुत किया.”
डीपीएस रांची की प्राचार्या डॉ. जया चौहान ने कहा, “हम डीपीएस रांची में मानते हैं कि बच्चों की जिज्ञासा को सही मार्गदर्शन के साथ पोषित करना चाहिए. एड मेलियोरा हमारे उस विश्वास का मूर्त रूप है जहाँ बुद्धिमत्ता कल्पना से मिलती है और टीमवर्क नेतृत्व से. मुझे अत्यंत गर्व है कि हमारे छात्र न केवल प्रतिभागी रहे, बल्कि इतने विशाल बौद्धिक आयोजन को सफलतापूर्वक समन्वित भी किया.”
ये उल्लेखनीय है कि समग्र कार्यक्रम का आयोजन डीपीएस राँची के होनहार विद्यार्थियों के कुशल नेतृत्व एवं देखरेख में सफलतापूर्वक आयोजित किया गया क्योंकि डीपीएस राँची छात्रों में नेतृत्व गुण, संगठनात्मक कौशल, टीम प्रबंधन और समन्वय कौशल पैदा करने में विश्वास करता है. कंटेंट राइटिंग से लेकर फोटोग्राफी, लॉजिस्टिक्स और एडिटिंग तक, हर पहलू की जिम्मेदारी डीपीएस रांची के छात्रों ने बेहद व्यवसायिकता और आत्मविश्वास के साथ निभाई. इस अवसर पर विद्यार्थियों को स्मृति चिह्न एवं प्रमाण पत्र देकर किया.
सुजीत सिन्हा, 'समृद्ध झारखंड' की संपादकीय टीम के एक महत्वपूर्ण सदस्य हैं, जहाँ वे "सीनियर टेक्निकल एडिटर" और "न्यूज़ सब-एडिटर" के रूप में कार्यरत हैं। सुजीत झारखण्ड के गिरिडीह के रहने वालें हैं।
'समृद्ध झारखंड' के लिए वे मुख्य रूप से राजनीतिक और वैज्ञानिक हलचलों पर अपनी पैनी नजर रखते हैं और इन विषयों पर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करते हैं।
