भाजपा को सीएम हेमंत सोरेन का जवाब, विधानसभा गुल्ली डंडे का मैदान नहीं है
रांची : झारखंड विधानसभा परिसर में नमाज अता करने के लिए कक्ष आवंटन के मुद्दे पर भारी हंगामे के कारण विधानसभा का मानसून सत्र सुचारू रूप से नहीं चल सका और गुरुवार को इसकी कार्यवाही स्थगित हो गयी। सदन की कार्यवाही व नमाज कक्ष को लेकर सत्ता पक्ष झामुमो-कांग्रेस व मुख्य विपक्ष भाजपा एक-दूसरे पर हमलावर है। इस बीच सदन की कार्यवाही के आखिरी दिन मुख्यमंत्री ने विपक्ष पर तीखा हमला किया है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि सदन कोई गुल्ली-डंडे का मैदान नहीं है।
न्यूज एजेंसी एएनआइ के अनुसार, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि जिस तरह से ये सामाजिक उपद्रव करने का प्रयास कर रहे थे उसको सदन के साथ पूरे राज्य की जनता ने भी देखा। सदन राज्य का सर्वोच्च मंदिर है न कि सदन गुल्ली-डंडे का मैदान है।
जिस तरह से ये(विपक्ष) सामाजिक उपद्रव करने का प्रयास कर रहे थे, उसको सदन के साथ पूरे राज्य की जनता ने भी देखा। सदन राज्य का सर्वोच्च मंदिर है न कि सदन गुल्ली डंडे का मैदान है: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन pic.twitter.com/7tIcnyVdX3
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 9, 2021
मालूम हो कि भाजपा विधायक अमर कुमार बाउरी ने सदन के आखिरी दिन कार्यस्थगन का नोटिस दिया था और वे बुधवार को प्रदर्शन के दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं पर हुए लाठीचार्ज के मुद्दे को उठाना चाह रहे थे, लेकिन स्पीकर ने उन्हें बोलने का मौका नहीं दिया। इसके बाद बाउरी ने मीडिया से रोते हुए बात की थी।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इससे पहले भी नमाज कक्ष को लेकर भाजपा पर तीखा हमला किया था और कहा था जिसके मन में जैसी भावना होती है उसे वैसा ही दिखता है। उन्होंने कहा था कि भाजपा को इंगित करते हुए कहा था कि उनके मन में भगवान नहीं राक्षस है। मुख्यमंत्री ने तब कहा था कि उनका प्रश्नकाल नहीं होने दिया गया, जिसके लिए वे तैयार होकर आए थे। ऐसा कम ही मौका होता है, जब मुख्यमंत्री का प्रश्नकाल हो।
बहरहाल, नमाज कक्ष को लेकर जारी विवाद के बीच स्पीकर रवींद्रनाथ महतो ने विधायकों की एक कमेटी का ऐलान किया है। यह कमेटी विभिन्न पक्ष पर विचार करने के बाद यह तय करेगी कि नमाज कक्ष का आवंटन विधानसभा भवन में बरकरार रखा जाए या फिर उसे रद्द किया जाए।