भाजपा अपना काला सच छिपाने के लिए कांग्रेस को बना रही ढाल: सोनाल शांति
अपराधिक कृत्य चंदे के बदले धंधा उनके एक दशक के कार्यकाल की महान उपलब्धि
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह द्वारा लगाए गए आरोप पर प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता सोनाल शांति ने कहा कि अतीत के मामलों पर राजनीति करना, झूठ बोलना भाजपा के राजनीतिक चरित्र का हिस्सा बन चुका है. वर्तमान में उनके पास कहने को कुछ नहीं है
रांची: 11 वर्षों से लगातार संविधान और जनतंत्र का गला घोटने की कोशिश करने वाली भाजपा अपना काला सच छिपाने के लिए कांग्रेस को ढाल बनाती है. नेता विपक्ष राहुल गांधी द्वारा देश के मुद्दों पर सवाल पूछना भाजपा को नागवार गुजरता है.

वंशवाद का विरोध करने वाली भाजपा आज तक खुद को मजबूत नहीं कर सकी है. भाजपा के 40% से अधिक सांसद कांग्रेस एवं अन्य दलों से हैं जिन्हें वह वंशवादी कहते हैं. आपातकाल के बाद जिनके पूर्वजों ने कांग्रेस का जयघोष करते हुए जीत हासिल की थी उन्हें आज राज्य का उपमुख्यमंत्री और केंद्र में कैबिनेट मंत्री बनाकर भाजपा ने रखा है. वंशवाद पर बात करने से पहले विगत लोकसभा चुनाव में बिहार में एनडीए गठबंधन के उम्मीदवारों की सूची केंद्रीय मंत्री को देखना चाहिए अपने चेहरे की कालीख नजर आ जाएगी. वास्तविक आपातकाल आज है जिसमें छात्रों, युवाओं, महिलाओं, किसानों, आदिवासी, पिछड़ा, दलित को सवाल पूछने और अपने अधिकारों के लिए आवाज उठाने पर दमन का सामना करना पड़ता है.
महागठबंधन सरकार के मुखिया हेमंत सोरेन को केंद्रीय मंत्री के सलाह की आवश्यकता नहीं है. झारखंड सरकार अपना काम कर रही है. झारखंड को बारूद के ढेर पर बैठाने की भाजपा नेताओं ने भरपूर कोशिश की थी लेकिन जनता ने इन्हें सिरे से खारिज कर भाजपा को संदेश दे दिया कि विभाजनकारी नीति झारखंड में नहीं चलने वाली है, इससे यह बिलबिला उठे हैं. घुसपैठ को बवंडर बनाकर बीजेपी झारखंड में सरकार बनाना चाह रही थी लेकिन औंधे मुंह गिर पड़ी. घुसपैठ देश की सीमाओं से जारी है इसी कारण पहलगाम की घटना हुई और आतंकवादी पकड़े भी नहीं गए, घुसपैठ के मसले पर देश के गृह मंत्री अमित शाह असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वासरमा बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से सवाल पूछना चाहिए और उनका ज्ञानवर्धन करना चाहिए.
समृद्ध डेस्क (Samridh Desk), समृद्ध झारखंड का आधिकारिक संपादकीय विभाग है — जो निष्पक्ष, पारदर्शी और सामाजिक जागरूक पत्रकारिता के लिए समर्पित है। हम अनुभवी संपादकों, रिपोर्टरों, डिजिटल संवाददाताओं और कंटेंट राइटर्स की टीम हैं, जो सत्य और जिम्मेदारी की भावना से समाज के मुद्दों को सामने लाने का कार्य करती है।
समृद्ध डेस्क के नाम से प्रकाशित हर लेख हमारी निष्ठा, ईमानदारी और सामाजिक उत्तरदायित्व का प्रतीक है।
हम हर खबर को तथ्यों, निष्पक्षता और जनहित के दृष्टिकोण से प्रस्तुत करते हैं — ताकि पाठकों को केवल सूचना नहीं, बल्कि सच्चाई का पूरा चित्र मिले।
