Koderma News: आजाद सिपाही के प्रधान संपादक का हुआ निधन, शोक संवेदना का लगा तांता
संपादक हरिनारायण सिंह के निधन की खबर सुनने के बाद प्रखंड के पत्रकार व जनप्रतिनिधियों ने गहरा शोक व्यक्त किया है। लोगों ने कहा कि स्व सिंह का झारखंड की पत्रकारिता में एक महत्वपूर्ण योगदान था। उनके निधन से पत्रकारिता जगत को अपूरणीय क्षति हुई है।
कोडरमा: वरिष्ठ पत्रकार और आजाद सिपाही के प्रधान संपादक श्री हरिनारायण सिंह के निधन पर सभी तबके के लोगों ने गहरा शोक जताया है। अपनी संवेदना व्यक्त करते लोगों ने कहा कि झारखंड ही नहीं, सम्पूर्ण पत्रकारिता जगत ने एक ऐसी विचारधारा को खो दिया है, जो सच्चाई, जनसरोकार और निर्भीक अभिव्यक्ति की पहचान थी।

- डॉ नीरा यादव, कोडरमा विधायक सह पूर्व शिक्षा मंत्री
श्री हरिनारायण सिंह एक पत्रकार ही नहीं, एक सामाजिक संरक्षक भी थे। उनकी पत्रकारिता में आम जन की आवाज़ सुनाई देती थी। आज एक युग समाप्त हो गया। वे पत्रकारिता के उस दौर के प्रतिनिधि थे जहां सिद्धांत पहले और स्वार्थ बाद में आता था।
— रामधन यादव, अध्यक्ष, जिला परिषद कोडरमा
हरिनारायण जी जैसे प्रतिबद्ध और निर्भीक पत्रकार का जाना केवल व्यक्तिगत क्षति नहीं, बल्कि पत्रकारिता की नैतिक शक्ति का क्षरण है। वे हम सबके अभिभावक और प्रेरणा के स्रोत थे।
— जगदीश सलूजा, राष्ट्रीय परिषद सदस्य, बीएसपीएस, अध्यक्ष, अधिवक्ता संघ कोडरमा
वरिष्ठ पत्रकार, हमारे प्रधान संपादक और अभिभावक श्री हरिनारायण सिंह जी के निधन की सूचना से अत्यंत व्यथित हूं। उन्होंने पत्रकारिता के माध्यम से दशकों तक समाज की सेवा की। अभिभावक बतौर हमेशा मार्गदर्शन किया, एक दशक से ज्यादा उनके सानिध्य में काफी कुछ सीखने को मिला। उनका लेखन, उनका जीवन, हम सबके लिए प्रेरणादायक है।
— संजीव समीर, राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी, बीएसपीएस
मुझे लंबे अरसे तक उनके साथ काम करने का मौका मिला। हरिनारायण सिंह जी ने जिस जनसरोकार से जुड़ी पत्रकारिता की मिसाल कायम की, वह आज के समय में और भी मूल्यवान है। उनका जाना अपूरणीय क्षति है।
— कुमार रमेशम, अध्यक्ष, जेजेए कोडरमा
हरिनारायण सिंह जी जैसे व्यक्तित्व का प्रभाव केवल शब्दों में ही नहीं, उनके कर्म में था। उनका विनम्र व्यवहार और तेजस्वी विचार हमेशा स्मरणीय रहेगा। मेरी विनम्र श्रद्धांजलि..
— मनोज सहाय पिंकू, वरीय कांग्रेस नेता
श्री हरिनारायण जी हमारे अभिभावक तुल्य थे। उनका सान्निध्य, मार्गदर्शन और संघर्षशीलता हम जैसे कई पत्रकारों के लिए आधार थी।
— विनोद बरनवाल, पत्रकार, जयनगर
उनका व्यक्तित्व सादगी और संकल्प का अद्भुत संगम था। वे शब्दों से ही नहीं, अपने कर्म और उदाहरण से भी संवाद करते थे। आज हम सभी ने मूल्यवान मार्गदर्शक और अभिभावक खो दिया।
— अनिल झा, पत्रकार, झुमरीतिलैया
मरकच्चो में लोगों ने शोक संवेदना व्यक्त की
आजाद सिपाही के प्रधान संपादक हरिनारायण सिंह के निधन की खबर सुनने के बाद प्रखंड के पत्रकार व जनप्रतिनिधियों ने गहरा शोक व्यक्त किया है। लोगों ने कहा कि स्व सिंह का झारखंड की पत्रकारिता में एक महत्वपूर्ण योगदान था। उनके निधन से पत्रकारिता जगत को अपूरणीय क्षति हुई है। भगवान उनके आत्मा को शांति दे और ईश्वर उनके परिजनों को हिम्मत दें। शोक व्यक्त करने वालो मे प्रखंड प्रमुख विजय सिंह, पूर्व प्रमुख सावित्री देवी, मुखिया रंजीत सिंह, मुखिया वेदु साव, मुखिया रंजीत सिंह, भाजपा मंडल अध्यक्ष सुनील यादव, जे एम एम प्रखंड अध्यक्ष दिवाकर तिवारी, समाजसेवी राजकुमार यादव, कैलास यादव, विजय यादव, पोखराज गुप्ता, सरफराज खान, तौकीर अहमद, मो खलील, रविशंकर तिवारी, रिंकु सिंह, डॉ जावेद, पत्रकार प्रदीप सिन्हा, अयूब खान, मुन्ना सिंह, कमल हसन दानिस, मो जावेद, मुकेश कुमार, पवन राणा आदि के नाम शामिल हैं।
