हजारीबाग पुलिस ने किया अंतरराष्ट्रीय मानव तस्करी रैकेट का भंडाफोड़, मास्टरमाइंड सहित 5 गिरफ्तार
डंकी रूट के जरिए अमेरिका भेजने का झांसा देकर करोड़ों की ठगी
हजारीबाग: हजारीबाग जिला के टाटीझरिया थाना क्षेत्र में पुलिस ने मानव तस्करी के एक बड़े अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क का भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने डंकी रूट के माध्यम से लोगों को अमेरिका भेजने का झांसा देकर करोड़ों की ठगी करने के आरोप में मास्टरमाइंड उदय कुमार कुशवाहा सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया है.
कैसे हुआ खुलासा?

पुलिस कार्रवाई और बरामदगी
शिकायत के बाद पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर एक विशेष टीम का गठन किया गया. टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए उदय कुमार कुशवाहा (जो वर्तमान में अमेरिका में थे), दर्शन प्रसाद, लालमोहन प्रसाद, चौहान प्रसाद और शंकर प्रसाद को गिरफ्तार किया.
डंकी रूट से भेजे गए लोगों की सूची
(सभी अमेरिका भेजे गए)
1. दिगंबर कुशवाहा (2018)
2. राजकुमार कुशवाहा (2013)
3. नंदू कुमार (2022)
4. पप्पू कुमार (2022)
5. चन्दन कुमार (2022)
6. शंभू दयाल (2022)
7. पृथ्वी राज कुशवाहा उर्फ सोनू (2022)
8. संजय वर्मा (2022)
9. सुमन सौरभ प्रसाद (2022)
10. प्रवीण कुमार (2022)
11. अरुण कुमार कुशवाहा (2019)
12. धीरज कुमार (2019)
जांच में पता चला है कि इस रैकेट ने अब तक कई लोगों को अमेरिका भेजा है. पुलिस इस मामले को एक बड़े अंतरराष्ट्रीय रैकेट के रूप में देख रही है और इसमें शामिल अन्य व्यक्तियों की तलाश जारी है. पुलिस ने आम जनता से ऐसे झांसों से सावधान रहने की अपील की है.
महत्वपूर्ण बरामदगी:
1. उदय कुमार के पास से Samsung मोबाइल, जिसमें पीड़ित और उसके पिता से WhatsApp चैट की छायाप्रति
2. उसकी पत्नी के नाम से Axis एवं SBI बैंक डिपॉजिट पर्ची
3. नोटबुक जिसमें डंकी रूट से भेजे गए लोगों की सूची और उनसे वसूली गई रकम का विवरण
4. दर्शन प्रसाद के पास से Redmi मोबाइल, जिसमें ट्रांजैक्शन स्क्रीनशॉट
5. लालमोहन प्रसाद के पास से एक वीवो कंपनी का मोबाइल फोन तथा उसमें उदय कुशवा के साथ लेनदेन का व्हाट्सएप स्क्रीनशॉट
6. शंकर प्रसाद के पास से मोटोरोला मोबाइल, जिसमें उदय से लेन-देन से जुड़े WhatsApp चैट
सुजीत सिन्हा, 'समृद्ध झारखंड' की संपादकीय टीम के एक महत्वपूर्ण सदस्य हैं, जहाँ वे "सीनियर टेक्निकल एडिटर" और "न्यूज़ सब-एडिटर" के रूप में कार्यरत हैं। सुजीत झारखण्ड के गिरिडीह के रहने वालें हैं।
'समृद्ध झारखंड' के लिए वे मुख्य रूप से राजनीतिक और वैज्ञानिक हलचलों पर अपनी पैनी नजर रखते हैं और इन विषयों पर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करते हैं।
