गांव से लेकर वर्दी तक: हजारीबाग के रोबिन कुमार ने पाई JPSC में 7वीं रैंक
“मेहनत कभी बेकार नहीं जाती” — रोबिन की सफलता का मूल मंत्र
Story - हजारीबाग: शुक्रवार सुबह 2 बजे जैसे ही झारखंड लोक सेवा आयोग (जेपीएससी) का फाइनल परिणाम घोषित हुआ, पूरे राज्य में कई चेहरों पर सफलता की चमक बिखर गई. इसी कड़ी में हजारीबाग जिले के बड़कागांव प्रखंड स्थित गंगादोहर गांव के रोबिन कुमार ने प्रदेशभर में सातवीं रैंक हासिल कर न केवल अपने परिवार का, बल्कि पूरे इलाके का नाम रोशन कर दिया है. रोबिन अब झारखंड में उप पुलिस अधीक्षक (डीएसपी) के पद पर सेवा देंगे.

साल 2020 में भी रोबिन जेपीएससी की मुख्य परीक्षा पास कर इंटरव्यू तक पहुंचे थे, लेकिन अंतिम चयन नहीं हो पाया. उस समय की निराशा को उन्होंने अपनी कमजोरी नहीं बनने दिया. अगले पांच वर्षों तक निरंतर प्रयास, कठोर मेहनत और अनुशासन के साथ उन्होंने खुद को फिर से तैयार किया. और आज, उन्होंने साबित कर दिया कि सफलता देर से मिल सकती है, लेकिन अगर हौसले बुलंद हों तो मिलना तय है.
कठिन परिस्थितियों और सीमित संसाधनों में रहकर रोबिन ने यह उपलब्धि हासिल की है. उनका यह सफर उन तमाम युवाओं के लिए प्रेरणा है, जो सुविधाओं की कमी के कारण खुद को पीछे मान बैठते हैं. रोबिन कहते हैं, "मेहनत और लगन के साथ किया गया काम कभी व्यर्थ नहीं जाता. जो आज असफल हुए हैं, वे निराश न हों. अगर ईमानदारी से प्रयास करते रहें, तो एक दिन सफलता ज़रूर मिलेगी."
जेपीएससी परिणाम घोषित होने के बाद रोबिन के लॉज में जश्न का माहौल है. उनके माता-पिता गांव में ही हैं और बेटे की सफलता की खबर सुनकर भावुक हो उठे. रोबिन के बड़े भाई, जो वर्तमान में झारखंड पुलिस में कार्यरत हैं और बीते सात वर्षों से जेपीएससी की तैयारी कर रहे हैं, ने भी खुशी जताते हुए कहा कि, “आज रोबिन की सफलता ने हमारे परिवार को एक नई उम्मीद दी है, अब मेरा विश्वास और मजबूत हो गया है कि मेरी बारी भी जल्द आएगी.”
रोबिन की यह सफलता न केवल एक व्यक्तिगत जीत है, बल्कि यह साबित करती है कि अगर इरादे मजबूत हों, तो कोई भी मंज़िल दूर नहीं होती.
सुजीत सिन्हा, 'समृद्ध झारखंड' की संपादकीय टीम के एक महत्वपूर्ण सदस्य हैं, जहाँ वे "सीनियर टेक्निकल एडिटर" और "न्यूज़ सब-एडिटर" के रूप में कार्यरत हैं। सुजीत झारखण्ड के गिरिडीह के रहने वालें हैं।
'समृद्ध झारखंड' के लिए वे मुख्य रूप से राजनीतिक और वैज्ञानिक हलचलों पर अपनी पैनी नजर रखते हैं और इन विषयों पर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करते हैं।
