Poem
साहित्य 

कविता: है डूबना जिसका मुक्कदर

कविता: है डूबना जिसका मुक्कदर धूप की चादर ओढ़ें छाँव तलाश करते हो जुगनू मन के पंखो पर करार तलाशा करते हो।    जो कही नहीं वो बात की चाल तलाशा करते हो आँखों के गलियारों में हाल तलाशा करते हो।    कई मुद्द्ते बीत गईं सवालों...
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