OPEN AI: करोड़ों यूजर्स को झटका! सैम ऑल्टमैन का खुलासा- 'कोर्ट में पेश हो सकती है आपकी प्राइवेट चैट'
क्या है आगे का रास्ता और समाधान?
समृद्ध टेक डेस्क: अगर आप भी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस चैटबॉट ChatGPT को अपना दोस्त, राज़दार या सलाहकार मानकर उससे अपनी पर्सनल और संवेदनशील बातें शेयर करते हैं, तो अब सावधान हो जाइए। OpenAI के सीईओ सैम ऑल्टमैन ने खुद इस बात को लेकर एक बड़ी चेतावनी जारी की है। उन्होंने साफ कहा है कि ChatGPT के साथ होने वाली आपकी बातचीत कानूनी रूप से गोपनीय या प्राइवेट नहीं है और इसे कानूनी मामलों में सबूत के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है।

क्यों सुरक्षित नहीं है आपकी चैट? जानिए मुख्य कारण
• कोई कानूनी सुरक्षा नहीं: ऑल्टमैन ने स्पष्ट किया कि जैसे एक डॉक्टर और मरीज या एक वकील और उसके क्लाइंट के बीच की बातचीत कानूनी रूप से सुरक्षित होती है, वैसी कोई भी सुरक्षा AI और यूजर की बातचीत पर लागू नहीं होती है।
• कोर्ट में पेश हो सकती है चैट: उन्होंने कहा, "अगर आप ChatGPT से अपनी सबसे संवेदनशील बातें करते हैं और बाद में किसी कानूनी मामले में फंसते हैं, तो हमें (OpenAI) आपकी बातचीत को पेश करने के लिए मजबूर किया जा सकता है।" ऑल्टमैन ने खुद इस स्थिति को "बहुत गलत" बताया।
• डेटा का इस्तेमाल: OpenAI अपनी प्राइवेसी पॉलिसी के तहत यूजर्स की बातचीत का इस्तेमाल अपने AI मॉडल्स को ट्रेन करने और सुधारने के लिए कर सकता है। हालांकि यूजर्स के पास चैट हिस्ट्री को डिसेबल करने का विकल्प होता है, फिर भी कंपनी सुरक्षा और कानूनी कारणों से 30 दिनों तक डेटा को स्टोर कर सकती है।
• अविकसित कानूनी ढांचा: AI को लेकर अभी तक कोई ठोस कानून नहीं बना है। इस वजह से, AI के साथ की गई बातचीत को कानूनी तौर पर गोपनीय मानने का कोई प्रावधान मौजूद नहीं है।
युवाओं के लिए विशेष चेतावनी
सैम ऑल्टमैन ने विशेष रूप से उन युवा यूजर्स के लिए चिंता व्यक्त की जो भावनात्मक सहारे, रिलेशनशिप सलाह या जीवन से जुड़े बड़े फैसलों के लिए ChatGPT पर निर्भर हैं। उनका कहना है कि बिना कानूनी गोपनीयता के, इस तरह की निजी जानकारी का खुलासा होना उनके लिए खतरनाक साबित हो सकता है।
क्या है समाधान?
ऑल्टमैन का मानना है कि AI के साथ होने वाली बातचीत को भी उतनी ही प्राइवेसी मिलनी चाहिए, जितनी एक थेरेपिस्ट या डॉक्टर के साथ मिलती है। उन्होंने कहा कि यह एक बड़ा मुद्दा है जिस पर तत्काल ध्यान देने और एक स्पष्ट कानूनी ढांचा बनाने की जरूरत है। OpenAI के एंटरप्राइज ग्राहकों के लिए नियम अलग हैं, जहाँ डेटा प्राइवेसी को लेकर अधिक सख्त नीतियां अपनाई जाती हैं। लेकिन आम और फ्री यूजर्स के लिए यह जोखिम बना हुआ है।
निष्कर्ष: इस्तेमाल करें, पर सावधानी से
ChatGPT एक बेहद शक्तिशाली और उपयोगी टूल है, लेकिन इसका इस्तेमाल करते समय सतर्क रहना बेहद जरूरी है। सैम ऑल्टमैन की इस चेतावनी के बाद यह साफ है कि यूजर्स को अपनी कोई भी अति-संवेदनशील, व्यक्तिगत या वित्तीय जानकारी इस प्लेटफॉर्म पर साझा करने से बचना चाहिए, जब तक कि AI प्राइवेसी को लेकर मज़बूत कानून नहीं बन जाते। आपकी समझदारी ही आपकी सुरक्षा है।
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