हरिद्वार भगदड़ में गई मासूम जिंदगियाँ: ट्रस्ट देगा पीड़ित परिवारों को मुआवजा, कई सवाल अब भी बाकी!
हरिद्वार हादसा या लापरवाही?
श्रावण मास की भारी भीड़ के बीच मांसा देवी मंदिर में मची भगदड़ ने ली कई जानें, ट्रस्ट ने मृतकों को 5 लाख और घायलों को 1 लाख रुपये सहायता देने की घोषणा की।
हरिद्वार: हरिद्वार के मनसा देवी मंदिर में रविवार को हुई भगदड़ में 6 लोगों की मौत हो गई. जानकारी के मुताबिक मंदिर की सीढ़ियों पर दर्शन के लिए जा रहे श्रद्धालुओं के बीच शॉर्ट सर्किट की अफवाह उड़ी और भीड़ बेकाबू होती चली गई. इस भगदड़ में 25 लोग घायल भी हुए हैं, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. लेकिन सवाल यह है कि इस भगदड़ के लिए जिम्मेदार कौन?

श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने बताया कि यह निर्णय मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से बातचीत के बाद लिया गया है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की घटना की कोई पूर्व आशंका नहीं थी। सुबह करीब 8 बजकर 50 मिनट पर ट्रस्ट के सेवादारों और ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों ने नीचे सीढ़ियों की ओर से रोने की आवाज सुनी। जब वे नीचे पहुंचे तो देखा कि एक महिला अपने बच्चे को लेकर फिसल कर गिर गई थी।
ट्रस्ट के सेवादार और पुलिस कर्मियों ने उसे अस्पताल पहुंचाने के लिए प्रयास शुरू किया इसी बीच किसी ने अफवाह फैला दी। इस बीच भगदड़ मची और कई लोग चपेट में आ गए। इससे जो जनहानि हुई है वह काफी मर्माहत करने वाली है। सुरक्षा उपायों को लेकर जल्द ही राजाजी टाइगर रिजर्व और अन्य जिम्मेदारों के साथ बैठक की जाएगी। फिलहाल बिजली के तार टूटने जैसी कोई घटना सामने नहीं आई है।
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