Ranchi news: सुमित गुप्ता केस में पुलिस को मिली बड़ी सफलता, तीन आरोपियों को धर-दबोचा
अपराधी को फोटो के आधार पर पहचान किया गया
इन सभी से पूछताछ करने पर सभी ने बताया कि 30 दिसम्बर को अर्शीवाद आटा का मैनेजर से 13 लाख रूपया का लूट और फायरिंग का घटना इनके द्वारा ही किया गया था। इसके बाद सभी ने बताया कि इस घटना का मुख्य सरगाना चन्द्रशेखर प्रसाद के द्वारा योजना बनाया गया था
रांची: बीते 30 दिसम्बर को आर्शीवाद आटा के मैनेजर बैंक में पैिसा जमा करने के दौरान ओ०टी०सी० ग्राउण्ड के पास मैनेजर सुमित गुप्ता से हथियार के बल पर 13 लाख रूपया लूट किया गया था। और लूटपाट होते देख बगल में खड़ा स्टार होटल के मैनेजर सुमित कुमार के द्वारा अपराधियों को पकड़ने का प्रयास किया गया तो उसके उपर फायरिंग कर जख्मी कर दिया गया। जो वर्तमान में मेडिका में ईलाजरत है।
इसके बाद सी०सी०टी०वी० फूटेज के आधार पर बाकी अपराधियों का भी पहचान कर लिया गया। इसके बाद दिनांक 4 जनवरी को सूचना मिला की आर्शीवाद आटा के मैनेजर से लूटपाट और फायरिंग करने वाले अपराधी रिंगरोड से पिस्का मोड़ की ओर आ रहे हैं। इस सूचना पर ईटकी रोड दिपाटोली मोड़ के पास बैंकिग लगाया गया। इस पर एक होण्डा साईन बाईक पर सवार तीन व्यक्ति पुलिस को देखकर अचानक अपनी मोटर साईकिल को रोकर भागने का प्रयास करने लगा। इस पर तीनों को घेर कर पकड़ लिया
इसके बाद सभी से नाम पता पूछने पर अपना नाम 1. राजेश श्रीवास्तव, उर्फ राजेश सिंह पे० अर्जुन सिंह सा० सी०सी०एल० कॉलोनी रामगढ़, 2. चन्द्रशेखर प्रसाद सिन्हा पे० गोविन्द प्रसाद सिन्हा सा०-गोकूल धाम, कमड़े, रातू, 3. प्रकाश साव पे० स्व० छोटु साव साध-शिव दुर्गा मंदिर लेन, मधुकम, रातू रोड, थाना-सुखदेवनगर बताया। सभी का तलाशी लेने पर वन्द्रशेखर प्रसाद सिन्हा के पास एक देशी पिस्टल जिरा पर पाँच जिन्दा गोली लोडेड पाया गया। इसके बाद राजेश श्रीवास्तव के पास से एक 12 बोर का देशी कट्टा और चार जिन्दा गोली बरामद किया गया ।
इन सभी से पूछताछ करने पर सभी ने बताया कि 30 दिसम्बर को अर्शीवाद आटा का मैनेजर से 13 लाख रूपया का लूट और फायरिंग का घटना इनके द्वारा ही किया गया था। इसके बाद सभी ने बताया कि इस घटना का मुख्य सरगाना चन्द्रशेखर प्रसाद के द्वारा योजना बनाया गया था। क्योकि चन्द्रशेखर पूर्व में आर्शीवाद आटा दुकान में काम भी करता था। इसलिए उसे पता था कि 2-3 दिन के बाद बैंक में पैसा जमा होता है। और सोमवार को ज्यादा पैसा जमा होता है। इसलिए ये लोग सोमवार को पैसा लूटने का योजना बनाये और रेकी किये।
इसे बीते सोमवार को लूटने का योजना बनाया था और सभी लोग आर्शीवाद आटा गोदाम के पास आ गये थे. परन्तु उस दिन ये लोग लूट को अंजाम नहीं दे सका।
इसके बाद फिर से अगला सोमवार को (30दिसम्बर) को लोगों के द्वारा योजना अनुसार आर्शीवाद आटा के मैनेजर जब गोदाम से 12:30 बजे करीब पैसा जमा करने के लिए आई०सी०आई०सी० बैंक ओ०टी०सी० ग्राउण्ड के पास पहुँचे तो पीछे से चन्द्रशेखर प्रसाद सिन्हा और राजेश श्रीवास्तव के द्वारा मैनेजर से मारपीट कर पैसा लूटने लगा तो बगल में स्टार होटल के मैनेजर सुमित कुमार के द्वारा लूटपाट को देखकर अपराधियों को पकड़ने लगा। इसपर वन्द्रशेखर प्रसाद सिन्हा के द्वारा उनके उपर फायरिंग किया गया।