रघुवर दास ने सीएम हेमंत सोरेन को रोजगार सृजन के लिए अपने कार्यकाल की नीतियां लागू करने की दी सलाह

बोले : अगर कदम नहीं उठाया गया तो संकट गहरा हो जाएगा
जमशेदपुर : राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री व वरिष्ठ भाजपा नेता रघुवर दास ने राज्य सरकार को आगाह करते हुए कहा है कि झारखंड में गरीबों, महिलाओं और युवाओं को अधिकाधिक रोजगार देने की आवश्यकता है. इसके लिए यहां ऐसे उद्योगों की स्थापना की जरूरत है, जिससे रोजगार का अधिक अवसर उत्पन्न हो सके. उन्होंने कोरोना संकट के सामाजिक एवं आर्थिक दुष्परिणाओं को रेखांकित करते हुए कहा कि अभी शुरुआत में ही सजग होने की जरूरत है ताकि भविष्य में यह संकट अधिक न गहराये. उन्होंने कहा हेमंत सरकार हाथ पर हाथ धरकर नहीं बैठे रहे बल्कि सरकार रोजगार सृजन के लिए तेजी से काम करे, क्योंकि सिर्फ बयानबाजी से संकट का समाधान नहीं होता है. जमीन पर तेजी से इस संकट से निपटने के लिए काम करना जरूरी है.

पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने अपने बयान में कहा है कि कोरोना संकट के चलते देश के विभिन्न हिस्सों से लाखों की संख्या में झारखंड के प्रवासी श्रमिक और गरीब लोग अपने घरों को लौट रहे हैं. यदि समय रहते उनके रोजगार और जीवकोपार्जन का इंतजाम नहीं किया गया तो राज्य में भारी संकट खड़ा हो जायेगा. राज्य के लाखों मजदूर दर-दर ठोकर खाने को मजबूर हो जायेंगे, जिससे विधि व्यवस्था पर प्रतिकूल असर पड़ेगा. स्थिति भयावह और विस्फोटक हो सकती है. उन्होंने सरकार को सचेत करते हुए कहा है कि कोरोना संकट के आर्थिक एवं सामाजिक दुष्परिणाम विकराल रूप लेने के पहले ही सरकार को उचित रणनीति बनाकर इनसे निपटना जनता के लिए श्रेष्ठकर होगा.
उन्होंने राज्य सरकार को कोरोना संकट से निपटने के लिए हर स्तर पर साकारात्मक सहयोग देने का आश्वासन दिया है और सलाह दी है कि राज्य सरकार पूर्ववर्ती रघुवर सरकार द्वारा बनायी गयी नीतियों के तहत अधिक से अधिक निवेशकों को आमंत्रित करें. श्री दास ने कहा कि टेक्सटाइल अपारेल एंड फूटवेयर नीति से ज्यादा रोजगार मिल सकता है. इस नीति के तहत उनकी सरकार ने अरविंद टेक्सटाइल लिमिटेड, ओरिएंट क्राफ्ट लिमिटेड, किशोर एक्सपोर्ट, प्रेम फुटवेयर प्राइवेट लिमिटेड ने निवेश किया था जिसमें नौ.दस हजार कामगार काम कर रहे हैं और कुछ यूनिट निर्माणाधीन है. इससे लगभग 50 हजार व्यक्तियों को काम मिल सकता है.
पूर्व मुख्यमंत्री ने राज्य में कपड़ा उद्योग को बढ़ावा देेने की सलाह देते हुए कहा है कि महाराष्ट्र, तमिलनाडू और गुजरात राज्य से वापस लौट रहे कपड़ा उद्योग से जुड़े श्रमिक भाईयों को तत्काल रोजगार दिया जा सकता है. रघुवर दास ने कहा कि यदि राज्य सरकार खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों एवं लघु तथा कुटीर उद्योगों को केंद्र सरकार के 20 लाख करोड़ रूपये के आर्थिक पैकेज के तहत आगे बढ़ायेगी तो न सिर्फ राज्य के विकास के नये अवसर मिलेंगे बल्कि राज्य के प्रवासी श्रमिक भाईयों, किसानों, महिलाओं और युवाओं को बड़े पैमाने पर रोजगार मिलेंगे.