झारखंड एटीएस की टीम कुख्यात मयंक को लेकर पहुंची रांची, आज कोर्ट में होगी पेशी
"पेशी के पहले मंयक से एटीएस के शीर्ष अधिकारी गहनता से पूछ ताछ करेंगे "
वह झारखंड का पहला गैंगस्टर बन गया जिसे विदेश में गिरफ्तार किया गया और प्रत्यर्पण का सामना करना पड़ा। उसका आपराधिक गतिविधियों में लंबा इतिहास रहा है। वह गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के साथ घनिष्ठ रूप से जुड़ा था। इसके बाद उसका संबंध पुलिस मुठभेड़ में मारा गया अमन साहू से हुआ। अमन साहू (मृत) के साथ मिलकर झारखंड में अपराध जगत में दहशत फैलाया।
रांची : एटीएस के अधिकारी शनिवार को मंयक को न्यायालय में उपस्थित कर रिमांड में लेने वाले हैं। झारखंड पुलिस के लिए सर दर्द बना मंयक को अजरबैजान के बाकू में कैद कुख्यात मयंक सिंह को भारतीय आतंकवाद निरोधी दस्ता की टीम रांची लेकर पहुंची है। बिरसा मुंडा एयरपोर्ट से सुरक्षा घेरे में मयंक सिंह को लेकर टीम एटीएस मुख्यालय पहुंची। मयंक सिंह से एटीएस मुख्यालय में वरीय अधिकारी पूछताछ करेंगे।

भारतीय आतंकवाद निरोधी दस्ता की टीम मयंक सिंह को लेने के लिए बाकू पहुंची थी। एयरपोर्ट परिसर में मयंक सिंह के प्रत्यर्पण की कार्रवाई हुई है। इसके बाद टीम मयंक को देर रात बाकू से लेकर अहले सुबह मुंबई पहुंची। और फिर मुंबई से रांची पहुंची है। बताया गया है कि मंयक का झारखंड, राजस्थान से लेकर पंजाब तक था खौफ छाया हुआ था।
मयंक को इंटरपोल की रेड कॉर्नर नोटिस सूची में रखा गया था।
वह झारखंड का पहला गैंगस्टर बन गया जिसे विदेश में गिरफ्तार किया गया और प्रत्यर्पण का सामना करना पड़ा। उसका आपराधिक गतिविधियों में लंबा इतिहास रहा है। वह गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के साथ घनिष्ठ रूप से जुड़ा था। इसके बाद उसका संबंध पुलिस मुठभेड़ में मारा गया अमन साहू से हुआ। अमन साहू (मृत) के साथ मिलकर झारखंड में अपराध जगत में दहशत फैलाया।
मयंक भारत से भागने से पहले, वह राजस्थान, पंजाब और हरियाणा में कई बड़े अपराधों में शामिल था। इंटरनेट कॉल के माध्यम से कारोबारी से लेवी की वसुली करता था । मयंक सिंह देश छोड़ने के बावजूद भारत में अपना दबदबा कायम रखा। कारोबारियों के बीच मयंक सिंह का कॉल आना मतलब बिना पुलिस को सूचना पैसा जगह तक पहुंच जाता था।
मयंक सिंह पर आरोप है कि उसने दूर से ही अपने आपराधिक कार्य जारी रखे, इंटरनेट कॉल के माध्यम से कारोबारियों को धमकाया और पैसे की वसुली की। मंयक का खनिज व्यापारी के अलावा बड़े बड़े व्यापारी पर कहर चलता था। मंयक ने अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर अपना गैंग स्थापित कर लिया था।
