Ranchi News: डीपीएस में कक्षा 12वीं के मेधावी छात्र सम्मानित
छात्रों के शानदार प्रदर्शन के उपलक्ष्य में समारोह का आयोजन
विज्ञान संकाय के कुल 259 मेधावी छात्रों (जिन्होंने 90% और उससे अधिक अंक प्राप्त किए), को उनकी अकादमिक उत्कृष्टता के लिए सम्मानित किया गया. मुख्य अतिथि ने स्वयं सभी छात्रों को प्रमाणपत्र और स्मृति चिन्ह प्रदान किए, जिससे पूरा सभागार तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा
रांची: दिल्ली पब्लिक स्कूल(डीपीएस) के विवेकानंद ऑडिटोरियम में केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की सीनियर स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (एसएससीई) 2025 में विज्ञान संकाय के छात्रों द्वारा प्राप्त शानदार प्रदर्शन के उपलक्ष्य में सम्मान समारोह का आयोजन किया गया.

कार्यक्रम की शुरुआत विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत मधुर स्वागत गीत से हुई, जिसने पूरे सभागार को भावनाओं और ऊर्जा से भर दिया. इसके पश्चात प्राचार्या डॉ. जया चौहान द्वारा अतिथियों को सैंपलिंग और स्मृति चिन्ह से सम्मानित कर औपचारिक स्वागत किया गया. इसके बाद अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलन और छात्रों द्वारा स्वागत नृत्य की प्रस्तुति हुई.
विज्ञान संकाय के कुल 259 मेधावी छात्रों (जिन्होंने 90% और उससे अधिक अंक प्राप्त किए), को उनकी अकादमिक उत्कृष्टता के लिए सम्मानित किया गया. मुख्य अतिथि ने स्वयं सभी छात्रों को प्रमाणपत्र और स्मृति चिन्ह प्रदान किए, जिससे पूरा सभागार तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा.
इस अवसर पर नूपुर सिंह को " द निशांत कुमार मेमोरियल अवॉर्ड " से सम्मानित किया गया. नुपुर को ₹30,000 नकद पुरस्कार एवं स्मृति चिन्ह निशांत के माता-पिता द्वारा प्रदान किया गया.
अपने संबोधन में डॉ. मनीष रंजन ने छात्रों को उनके परिश्रम और उत्कृष्ट परिणामों के लिए हार्दिक बधाई दी. उन्होंने कहा, "यह मंच सिर्फ विद्यालय जीवन के अंत का नहीं, बल्कि एक ऐसे जीवन की शुरुआत का प्रतीक है जो आपके विकल्पों, चरित्र और प्रतिबद्धता द्वारा आकार लेगा." उन्होंने लक्ष्य, फोकस, भावनात्मक बुद्धिमत्ता, समर्पण, अनुशासन, आत्म-विश्वास और समय पर कार्रवाई की महत्ता पर जोर दिया. उन्होंने विद्यार्थियों से आग्रह किया कि वे जीवन के हर पड़ाव में ईमानदारी और धैर्य बनाए रखें तथा साहस और विनम्रता के साथ भविष्य का सामना करें. डीपीएस रांची की सराहना करते हुए उन्होंने कहा, "यह संस्थान न केवल अकादमिक रूप से सफल छात्रों का निर्माण कर रहा है, बल्कि ऐसे व्यक्तित्व भी गढ़ रहा है जो भविष्य में ज्ञान, नैतिकता और संवेदनशीलता के साथ नेतृत्व करेंगे. विद्यालय की राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर निरंतर सफलता इसके दूरदर्शी नेतृत्व और छात्र-केंद्रित दृष्टिकोण को दर्शाती है."
विशिष्ट अतिथि प्रभात कुमार ने कहा, "आज हम सिर्फ अंकों में नहीं, बल्कि सोच में उत्कृष्टता का सम्मान कर रहे हैं. असली सफलता केवल परिणामों में नहीं, बल्कि प्रयास की भावना, आगे बढ़ने की जिद और समाज में बदलाव लाने की क्षमता में है. आप ही वो विद्यार्थी हैं, जो उस भविष्य को आकार देंगे जो नवाचार, ईमानदारी और समावेशिता की मांग करता है." उन्होंने कहा, "जैसे ही आप एक बड़े संसार की ओर कदम बढ़ाते हैं, याद रखें कि इस विद्यालय से प्राप्त मूल्य — अनुशासन, सहानुभूति और संकल्प — आपकी यात्रा को उन अंकों से कहीं अधिक परिभाषित करेंगे. मेरी आपसे बस यही सलाह है, निरंतर सीखें, जागरूकता के साथ नेतृत्व करें और सार्थक जीवन जिएं."
माननीय प्राचार्या डॉ. जया चौहान ने अपने उद्बोधन में छात्रों की उत्कृष्ट अकादमिक और प्रतियोगी प्रदर्शन की सराहना की. उन्होंने विद्यालय की प्रतिबद्धता को दोहराया जो केवल अकादमिक शिक्षा तक सीमित नहीं, बल्कि छात्रों में नैतिकता, सहानुभूति और सांस्कृतिक मूल्यों का भी समावेश करती है, जिससे उनके समग्र विकास को बल मिलता है. उन्होंने यह भी कहा कि "हम केवल परीक्षाओं की तैयारी नहीं कराते — हम जीवन के लिए तैयार करते हैं." साथ ही, उन्होंने छात्रों की सफलता में माता-पिता और शिक्षकों के योगदान की सराहना की और उन्हें धन्यवाद दिया.
समारोह में उपस्थित गर्वित अभिभावकों की उपस्थिति ने कार्यक्रम को और भी भावनात्मक और विशेष बना दिया. कार्यक्रम का समापन हेड बॉय ईशान सिन्हा द्वारा प्रस्तुत धन्यवाद ज्ञापन और सामूहिक फोटो सेशन के साथ हुआ
सुजीत सिन्हा, 'समृद्ध झारखंड' की संपादकीय टीम के एक महत्वपूर्ण सदस्य हैं, जहाँ वे "सीनियर टेक्निकल एडिटर" और "न्यूज़ सब-एडिटर" के रूप में कार्यरत हैं। सुजीत झारखण्ड के गिरिडीह के रहने वालें हैं।
'समृद्ध झारखंड' के लिए वे मुख्य रूप से राजनीतिक और वैज्ञानिक हलचलों पर अपनी पैनी नजर रखते हैं और इन विषयों पर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करते हैं।
