आईटी टावर झारखण्ड के युवाओं के लिए कौशल विकास और रोजगार का एक नया द्वार खोलेगा: सीएम
30 वर्ष के पट्टे का किया गया प्रावधान

इस परियोजना के माध्यम से झारखण्ड सरकार राज्य को डिजिटल रूप से सशक्त और तकनीकी रूप से आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। आईटी टावर ना केवल रांची, बल्कि पूरे राज्य के औद्योगिक और आर्थिक विकास में एक मील का पत्थर साबित होगा।
रांची: मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन के नेतृत्व में राज्य को तकनीकी और डिजिटल रूप से सशक्त बनाने की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम उठाया है। राज्य सरकार की महत्वपूर्ण पहल के तहत नामकुम, रांची में स्थित आईटी टावर झारखण्ड को डिजिटल युग की नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए तैयार है। यह अत्याधुनिक आईटी टावर ना केवल झारखण्ड की तकनीकी प्रगति को प्रदर्शित करता है, बल्कि राज्य के युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर भी पैदा करेगा। मुख्यमंत्री ने इस परियोजना की प्रशंसा करते हुए कहा आईटी टावर झारखण्ड के युवाओं के लिए कौशल विकास और रोजगार का एक नया द्वार खोलेगा। यह राज्य को तकनीकी और औद्योगिक क्षेत्र में अग्रणी बनने में मदद करेगा।
तकनीकी और डिजिटल व्यवसायों के लिए एक प्रमुख केंद्र

30 वर्ष के पट्टे का किया गया प्रावधान
औद्योगिक क्षेत्र विकास प्राधिकरण (JIADA), रांची क्षेत्रीय कार्यालय ने नामकुम औद्योगिक क्षेत्र में स्थित अत्याधुनिक आईटी टावर के दीर्घकालिक पट्टे (30 वर्षों के लिए) के लिए प्रतिष्ठित संगठनों और योग्य आईटीआईटीईएस क्षेत्र की संस्थाओं से आवेदन आमंत्रित किए हैं, जिसकी अंतिम तिथि 15 फरवरी है। इस परियोजना के माध्यम से झारखण्ड सरकार राज्य को डिजिटल रूप से सशक्त और तकनीकी रूप से आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। आईटी टावर ना केवल रांची, बल्कि पूरे राज्य के औद्योगिक और आर्थिक विकास में एक मील का पत्थर साबित होगा।