आदिवासी मुद्दों पर बनेगी फिल्म, टीसीआइ की संचालन समिति का हुआ गठन
टीसीआइ करेगी फंडिंग, तीन फिल्मों का होगा निर्माण
रांची: आदिवासी मुद्दों पर आधारित फिल्मों के निर्माण के लिए ट्राइबल सिनेमा आफ इंडिया (टीसीआइ) की बैठक सह कार्यशाला गुरुवार को डा कामिल बुल्के पथ स्थित सत्यभारती सभागार में आयोजित की गई. इस बैठक में संचालन समिति का गठन हुआ. इस मुद्दे पर तीन फिल्मों का निर्माण होगा, जिसकी फंडिंग टीसीआइ करेगी.

इस समिति में संताली गायक टाम मुर्मू, आर्टिस ज्योति वंदना लकड़ा, शोधकर्ता आकृति लकड़ा, जेनिफर बाखला, आशीष तिग्गा, बालेश्वर बेसरा को चुना गया. बैठक में संयुक्त रूप से सहमति बनी कि टीसीआइ की ओर से इस वर्ष तीन आदिवासी मुद्दों, भाषा, संस्कृति पर फिल्म बनाई जाएगी. साथ ही नौ अगस्त को विश्व आदिवासी दिवस मनाने, टीसीआइ का फिल्म निर्माताओं व कलाकारों व तकनीशियनों के साथ कार्यशाला परिचर्चा आयोजित होगी. झारखंड के सभी जिलों में आदिवासी विषयों पर फिल्मों की स्क्रीनिंग, टीसीआइ का अपना यूट्यूब चैनल खोलने, आदिवासी फिल्म निर्माताओं को फिल्म निर्माण में आर्थिक सहयोग, आदिवासी मुद्दों, भाषा संस्कृति पर आधारित फिल्म नीति की ड्राफ्टिंग टीसीआइ द्वारा बनाने और सरकार को सौंपने को लेकर सभी ने सहमति जताई.
इसके अलावा झारखंड के फिल्म बोर्ड में आदिवासी प्रतिनिधित्व को स्थापित करने, फिल्म नीति में आदिवासी हित को शामिल करने सहित अन्य विषयों पर चर्चा की गई. बैठक में चर्चा की गई कि ट्राइबल सिनेमा आफ इंडिया का झारखंड के अलावा आदिवासी बहुल अन्य राज्यों में भी विस्तार किया जाएगा. साथ ही बांग्लादेश व नेपाल जैसे देशों के आदिवासी फिल्म निर्माताओं से भी संपर्क कर एक साझा मंच तैयार की जाएगी. मौके पर पूर्व न्यायाधीश रत्नाकर भेंगरा, टीएसी के पूर्व सदस्य पीसी मुर्मू के अलावा अमन दीप, पवन दीप खाखा, वाल्टर भँगरा, अमल दीप कुजूर, विक्की मिंज, सुनिता लकड़ा, काजल मुंडू, राकेश किड़ो सहित अन्य आदिवासी फिल्म निर्माता, कलाकार व फिल्म विशेषज्ञ मौजूद थे.
सुजीत सिन्हा, 'समृद्ध झारखंड' की संपादकीय टीम के एक महत्वपूर्ण सदस्य हैं, जहाँ वे "सीनियर टेक्निकल एडिटर" और "न्यूज़ सब-एडिटर" के रूप में कार्यरत हैं। सुजीत झारखण्ड के गिरिडीह के रहने वालें हैं।
'समृद्ध झारखंड' के लिए वे मुख्य रूप से राजनीतिक और वैज्ञानिक हलचलों पर अपनी पैनी नजर रखते हैं और इन विषयों पर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करते हैं।
