भय, भ्रष्टाचार, आतंक और अत्याचार का दौर होगा खत्म: सरयू राय
सरयू राय का दावा, जमशेदपुर पूर्वी और तमाड़ सीट भी बड़े अंतर से जीतेगा एनडीए
वेद व्यास निषाद चेतना समिति की तरफ से निषाद समाज ने सरयू राय का किया समर्थन
जमशेदपुर: जमशेदपुर पश्चिमी विधानसभा सीट से एनडीए के प्रत्याशी सरयू राय ने सोमवार को दावा किया कि एनडीए ना सिर्फ जमशेदपुर पश्चिमी बल्कि तमाड़ सीट भी बड़े अंतर से जीतने जा रही है. वेद व्यास निषाद चेतना समिति की तरफ से मिलानी हॉल में सरयू राय के समर्थन में निषाद सम्मेलन में सरयू राय ने कहा कि अब जब आपने हमें समर्थन दे दिया तो वह यह मान कर चल रहे हैं अब उनकी जीत सुनिश्चित है.
सरयू राय ने कहा कि जमशेदपुर पश्चिम और तमाड़, दोनों सीट हम लोग जीतने जा रहे हैं. जमशेदपुर पश्चिम की सीट को अच्छे मार्जिन से जीतेंगे. उन्होंने कहा कि निषाद समाज के कई लोगों से उनके निजी संबंध रहे हैं.
उन्होंने कहा कि पांच साल पहले जन सुविधाओं से संबंधित विकास कार्य उन्होंने कराये थे. अब जिन कार्यों को वह पूरा न कर पाए, वो आज भी उसी तरह से अधूरे हैं. वह लगातार क्षेत्र में घूम रहे हैं और हर जगह लोग बताते हैं कि पेयजल की भारी दिक्कत है. उन्होंने बताया कि मानगो में एक नल होता था और उसके सामने पानी लेने वालों की लंबी कतार लगती थी. इसी दृश्य ने उन्हें मानगो पेयजल परियोजना शुरु करने की प्रेरणा दी. दुर्भाग्य यह कि अब पानी आना बंद हो गया है. लोग शिकायत कर रहे हैं.
सरयू राय ने कहा कि अस्पताल का शिलान्यास हम लोगों के सरकार के कार्यकाल में हो गया था. अस्पताल बन गया पर पानी की व्यवस्था ही नहीं है. मंत्री जी वाहवाही तो ले रहे हैं पर पानी का पता ही नहीं. फिर काहे कि वाहवाही.
उन्होंने बताया कि वह लिट्टी चौक से लेकर एनएच 33 तक 4 किलोमीटर लंबी फोरलेन सड़क और पुल 40 करोड़ में बनवा रहे हैं. बन्ना गुप्ता उसी स्वर्णरेखा नदी पर 471 करोड़ में फ्लाईओवर बनवा रहे हैं. उन्होंने इसमें एस्टीमेट और डिजाइन घोटाला की आशंका जताई. उन्होंने कहा कि बन्ना गुप्ता भारी-भरकम काम करते हैं ताकि ठीक से पैसे आएं. इनकी रुचि इसमें ही है.
सरयू राय ने कहा कि अब तो पेयजल कनेक्शन के लिए 30 से 50 हजार रुपये की डिमांड की जा रही है. सरकारी नियमों की अनदेखी हो रही है. उन्हें बस्ती वालों ने बताया कि हर कनेक्शन के लिए बहुत ज्यादा पैसे मांगे जा रहे हैं. पेयजल कनेक्शन देने में भी करप्शन हो रहा है.
उन्होंने कहा कि विकास साहनी जी को याद होगा कि हम लोग घर-घर जाकर समस्या पूछते थे. जो समाधान हमारे वश में होता था, हम लोग करते थे. अब सब बदल गया. राजनीति बदल गई. अब हम लोगों को बुलाया जाता है कि काम हो तो आइए. निषाद सम्मेलन को बिहार से आए दोनों मंत्रियों- श्रवण कुमार और मदन सहनी ने भी संबोधित किया.