टाटा स्टील को इंडियन सर्कुलर इकोनॉमी फोरम द्वारा मिला प्रतिष्ठित 'एसीई अवार्ड'
कंपनी को सस्टेनेबल और शून्य अपशिष्ट लक्ष्य के लिए किया गया सम्मानित
जमशेदपुर: टाटा स्टील को इंडियन सर्कुलर इकोनॉमी फोरम (ICEF) द्वारा “लार्ज एंटरप्राइज़” श्रेणी में एसीई (ACE) अवार्ड 2025 से सम्मानित किया गया है. यह सम्मान टाटा स्टील के बड़े पैमाने पर औद्योगिक कार्यों में सर्कुलर इकोनॉमी के सिद्धांतों और सस्टेनेबल अभ्यासों को प्रभावशाली ढंग से अपनाने में उसके उत्कृष्ट नेतृत्व का प्रमाण है.

लौह एवं इस्पात उद्योग में सस्टेनेबल पारिस्थितिकी तंत्र के निर्माण में योगदान देने के अपने प्रयासों के तहत टाटा स्टील इंडस्ट्रियल बाय प्रोडक्ट्स से मूल्य सृजन में अग्रणी भूमिका निभा रही है. आयरन मेकिंग की पूरी वैल्यू चेन में उत्पन्न होने वाले बाय प्रोडक्ट्स का प्रबंधन एक समर्पित प्रॉफिट सेंटर – इंडस्ट्रियल बाय-प्रोडक्ट मैनेजमेंट डिवीजन (आईबीएमडी) के माध्यम से किया जाता है, जो 'शून्य अपशिष्ट' लक्ष्य के साथ कार्य करता है. यह डिवीजन कंपनी की स्पष्ट रूप से परिभाषित पर्यावरणीय एवं सस्टेनेबिलिटी नीतियों तथा सर्कुलर इकोनॉमी के 3R सिद्धांतों पर आधारित है.
टाटा समूह की "आलिंगना" पहल के तहत टाटा स्टील वर्ष 2045 तक नेट ज़ीरो लक्ष्य प्राप्त करने के लिए प्रतिबद्ध है.
टाटा स्टील को सस्टेनेबल अभ्यासों को बढ़ावा देने और बड़े स्तर पर अपशिष्ट एवं बाय-प्रोडक्ट मैनेजमेंट में अग्रणी भूमिका निभाने के लिए भी सराहा गया और मान्यता दी गई
सुजीत सिन्हा, 'समृद्ध झारखंड' की संपादकीय टीम के एक महत्वपूर्ण सदस्य हैं, जहाँ वे "सीनियर टेक्निकल एडिटर" और "न्यूज़ सब-एडिटर" के रूप में कार्यरत हैं। सुजीत झारखण्ड के गिरिडीह के रहने वालें हैं।
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